दून पुलिस ने 4 फर्जी बीएएमएस डिग्रीधारी डॉक्टर किए गिरफ्तार, कब्जे से फर्जी डिग्रियां बरामद

देहरादून

10 जनवरी को थाना नेहरू कॉलोनी पर वादी मुकदमा उप निरीक्षक दिलबर सिंह नेगी एसटीएफ उत्तराखंड की दाखिल फर्द के आधार पर थाना नेहरू कॉलोनी पर मु0अ0सं0: 19/23 धारा 420 467 468 471 120 बी आईपीसी पंजीकृत किया गया तथा मुकदमे से संबंधित तीन अभियुक्त गणों को गिरफ्तार कर दाखिल किया गया था ।

इसी क्रम में दिनांक 27 जनवरी को मुकदमे की विवेचना के दौरान प्रकाश में आए 4 अन्य फर्जी बीएएमएस डिग्री धारी डॉक्टरों रोशन कुमार काला,अजय कुमार काला,मनोज सिंह नेगी और अनुराग नौटियाल को इस मुकदमे की विवेचना के लिए गठित एसआईटी प्रभारी सर्वेश पवांर, पुलिस अधीक्षक अपराध की टीम द्वारा थाना नेहरू कॉलोनी पर पूछताछ हेतु बुलाया गया। दौराने पूछताछ अभियुक्तगणों द्वारा अपनी डिग्रियां विवेचक व एसआईटी प्रभारी को दिखाई गई, जिसका अवलोकन के दौरान एसटीएफ की जांच रिपोर्ट तथा भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड द्वारा डॉक्टरों के सत्यापन कार्यवाही के बाद पंजीकरण निरस्तीकरण तथा राजीव गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंस बेंगलुरु कर्नाटका से डिग्रियों के सत्यापन के आधार पर उक्त डॉक्टरों की डिग्रियां फर्जी पाए जाने पर चारों अभियुक्तगणों को गिरफ्तार किया गया है तथा चारों अभियुक्तगणो से इनकी फर्जी डिग्रियां भी बरामद की गई है ।

27 जनवरी को सम्बन्धित चारों चिकित्सको रोशन कुमार काला पुत्र गणेश प्रसाद काला निवासी म0न0 145 लेन न0 6 रामनगर शिवलोक कालोनी,अजय कुमार काला पुत्र पुत्र गणेश प्रसाद काला निवासी म0न0 145 लेन न0 6 रामनगर शिवलोक कालोनी,मनोज सिह नेगी पुत्र जयकृत सिह नेगी निवासी पुष्प विहार अपर तुनवाला और अनुराग नौटियाल पुत्र शिव प्रसाद नौटियाल निवासी न्यू कालोनी राँझावाला थाना रायपुर देहरादून को पूछताछ के लिए मुकदमा अभिलेखो समेत बुलाया गया था जिनके द्वारा अपनी अपनी बीएएमएस की डिग्रियां एसआईटी टीम को दी गई।

डिग्रियां के सम्बन्ध मे एसआईटी प्रभारी सर्वेश पंवार पुलिस अधीक्षक अपराध, थानाध्यक्ष नेहरू कॉलोनी लोकेन्द्र बहुगुणा व विवेचक उपनिरीक्षक अमित ममगाई के सम्मुख चारों व्यक्तियो से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि हमे उक्त बीएएमएस

की डिग्रियाँ इमलाख खान निवासी मुज्जफ्फरनगर उ0प्र0 के द्वारा दिलाई गई थी। इमलाख खान ने बताया था कि उसका बाबा कालेज आँफ स्टडीज नाम का मुज्जफ्फरनगर मे कालेज है, जो कि राजीव गाँधी यूनिवर्सिटी आँफ हैल्थ साईन्स कर्नाटक बैंगलोर से सबद्ध है, और वह हमे पत्राचार के माध्यम से बीएएमएस की डिग्री उपलब्ध करा देगा । जिस पर हम लोगो द्वारा अपने शैक्षिक योग्यता बढाने व भविष्य मे राजकीय सेवा मे अवसर प्राप्त करने के उद्धेश्य से रु 6,50,000 प्रति डिग्री के हिसाब से प्रत्येक ने अलग अलग माध्यमो से इमलाख खान को दिये थे। उसके द्वारा हमे कुछ ही महिनो मे बीएएमएस का प्रोविजनल प्रमाण पत्र प्रदान कर दिया गया था और हमारा रजिस्ट्रेशन भी भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखण्ड देहरादून मे करा दिया गया था । तब से हम लोग वर्ष 2021 तक अपने अपने क्लिनिको मे चिकित्सक के रूप मे कार्य कर रहे थे । वर्ष 2021 मे जब किसी ने हमारी शिकायत कर दी, तब भारतीय चिकित्सा परिषद ने हमारा रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया। उसके बाद हमे पता चला कि हमारे सार्टिफिकेट नकली हैं, तब हमने इमलाख खान से सम्पर्क कर पूछा तो उसने बताया कि तुम्हारा कोई कुछ नही बिगाड सकता है, सारा काम सही तरीके से हुआ है । उसके बाद उसने हमारा फोन उठाना बन्द कर दिया । उक्त बीएएमएस सार्टिफिकेटो के सम्बन्ध मे एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा की गई जाँच व उक्त यूनिवर्सिटी से प्राप्त पत्र के आधार पर इन सार्टिफिकेट का फर्जी होना ज्ञात हुआ है। अभियुक्तगणो को समय से माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा।

विवेचना के दौरान प्रकाश में आये इन अभियुक्तों के बैंक खातों की जांच की जा रही है, जांचोपरान्त अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।

पुलिस टीम में सर्वेश पंवार, पुलिस अधीक्षक अपराध,अनिल जोशी क्षेत्राधिकारी नेहरु कॉलोनी,लोकेंद्र बहुगुणा थानाध्यक्ष नेहरू कॉलोनी,

योगेश दत्त वरिष्ठ उपनिरीक्षक नेहरू कॉलोनी,उप निरीक्षक अमित ममगाईं ( विवेचक ) थाना नेहरू कॉलोनी और कॉन्स्टेबल 1174 राजेश ज्याड़ा शामिल थे।

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