उत्तराखण्ड की राजधानी में ओमिक्रोन का केस मिलने और प्रदेश में कोरोना केस बढ़ने से शासन हुआ चौकन्ना,एहतियातन नाईट कर्फ्यू जैसे कदम उठाने पर विचार

देहरादून

जनपद में ओमिक्रोन वायरस का एक केस मिलने से शासन गम्भीर हो गया है।

मुख्य सचिव की अध्यक्षता में सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, उत्तराखण्ड शासन तथा सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग, सचिव मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक तथा महानिदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उत्तराखण्ड की उपस्थिति में ऑमिकॉन वेरियन्ट के संक्रमण की रोकथान के दृष्टिगत भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में उच्च स्तरीय विचार-विमर्श किया गया तथा समस्त जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्साधिकारियों को इस वायरत से बचाव हेतु अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, दवाईयां इत्यादि की समुचित व्यवस्था हेतु निर्देशित किया गया इसके अतिरिक्त ऑमिकॉन वेरियन्ट के संक्रमण को रोकने सम्बन्धित सभी पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श किया गया। यह भी निर्णय लिया गया कि समस्त जनपदों को कोविड जाँच तथा टीकाकरण हेतु डोर-टू-डोर सर्वे तीव्र गति से कराया जाये। आवश्यकता पड़ने पर सख्त कदम उठाया जाये। यदि आवश्यकता होगी तो नाइट कर्फ्यू अथवा अन्य प्रतिबन्ध लगाये जाने पर भी विचार किया जायेगा।
बताते चलें कि कोराना के नये अवतार वैरियंट ओमीक़ोन को लेकर लोगों में डर जरूर है। लेकिन प्रदेश में अभी तक इसका एक मामला ही सामने आया है।

कोविड को लेकर जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते अब लोग कम ही नजर आते हैं।

वीरवार को प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ो के अनुसार कोरोना के 39 नये मामले सामने आए हैं। जिसके साथ अब प्रदेश में कोरोना रोगियों की संख्या बढ़कर 344697 तक पहुंच गई है। हालांकि प्रदेश में अब तक कोरोना के 330872 रोगी स्वस्थ भी हो चुके हैं।

प्रदेश में आए COVID-19 के नये मामलों में अल्मोड़ा में 0, बागेश्वर में 0, चमोली में 01, चम्पावत में 0, देहरादून में 11, हरिद्वार में 0, नैनीताल में 10, पौड़ी में 01, पिथौरागढ़ में 04, रुद्रप्रयाग में 0, टिहरी में 0, ऊधमसिंह नगर में 12 एवं उत्तरकाशी में 0 मामले शामिल है। जबकि प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों से 3 कोरोना के रोगी डिस्चार्ज अवश्य किये गए हैं।

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