देहरादून
ऊर्जा ऑफीसर्स सुपरवाईजर्स एण्ड स्टॉफ एसोसिएशन ने विभागीय परीक्षाओं को लेकर रोष जताया है।
उन्होंने कहा है कि 27 अगस्त को विभागीय टीजी-1,टीजी-2 से अवर अभियन्ताओं के पदों एवं लिपिक संवर्ग से सहायक लेखाकार के पदों पर आयोजित की गयी परीक्षा विभागीय नियमों को ताक पर रखकर करायी गयी है।
कहा गया कि खेद का विषय है कि सीधी भर्ती के सहायक अभियन्ताओं लेखाधिकारियों के पदों पर 29 अगस्त को ऑफ लाईन परीक्षा आयोजित की गयी है।
विभागीय परीक्षाओं को ऑन लाईन आयोजित कर वर्षो से विभाग में कार्य कर रहे टैक्नीशियन व लिपिकों के भविष्य पर कुठाराघात किया गया है।
ऊर्जा के तीनों निगमों में दो तरह की नियमावली चलायी जा रही है एक तो TG- 1,2 से अवर अभियन्ता के पद पर पदोन्नति के लिये बिना परीक्षा के वरिष्ठता का आधार है, दूसरा UPCL में 27 अगस्त 2921 को परीक्षा कराकर परीक्षा में ऐसा पेपर दिया गया था जो कि आज तक के इतिहास में कभी दिया ही नहीं गया।
ऊर्जा ऑफीसर्स सुपरवाईजर्स एण्ड स्टॉफ एसोसिएशन केन्द्रीय अध्यक्ष डी०सी० गुरुरानी ने कहा है इस परीक्षा को तुरन्त निरस्त किया जाय एवं वरीष्ठता के आधार पर कार्मिकों को पदोन्नति दी जाय ।
संगठन की तरफ से गुरुरानी ने मांग की कि परीक्षा आयोजित करने वाली कम्पनी एवं कम्पनी को गलत दिशा निर्देश देने वाले अधिकारियों पर शक्ति से कार्यवाही की जाए।