उत्तराखण्ड के परिवहन मंत्री यशपाल आर्य,विधायक संजीव आर्य की वापसी से कांग्रेस में उत्साह – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

उत्तराखण्ड के परिवहन मंत्री यशपाल आर्य,विधायक संजीव आर्य की वापसी से कांग्रेस में उत्साह

देहरादून

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को पटखनी दी है।परिवहन मंत्री यशपाल आर्य और उनके विधायक बेटे संजीव आर्य ने आज दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस की सदस्यता लेकर दोनों नेताओं ने घर वापसी की है।

यशपाल आर्य बाजपुर और उनके बेटे संजीव आर्य नैनीताल सीट से विधायक हैं। वहीं यशपाल आर्य पुष्कर सिंह धामी सरकार में मंत्री थे और उनके पास छह विभाग थे। जिसमें परिवहन, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, छात्र कल्याण, निर्वाचन और आबकारी विभाग शामिल थे।यशपाल और संजीव आर्य ने 2017 में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा था। भाजपा ने तब दोनों को प्रत्याशी भी बनाया था। दोनों ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद भाजपा सरकार ने यशपाल आर्य को कैबिनेट मंत्री बनाया।

यशपाल आर्य छह बार विधायक रह चुके हैं। यशपाल पूर्व में उत्तराखंड विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे हैं। यशपाल आर्य पहली बार 1989 में खटीमा सितारगंज सीट से विधायक बने थे। वह पहले भी काफी समय तक कांग्रेस पार्टी में भी रह चुके हैं। इससे पहले कांग्रेस विधायक राजकुमार व प्रीतम सिंह पंवार और निर्दलीय विधायक राम सिंह कैड़ा ने भाजपा का दामन थाम चुके हैं।

कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और विधायक संजीव आर्य के कांग्रेस में वापसी को लेकर देहरादून कांग्रेस भवन में एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर व आतिशबाजी करके कांग्रेसियों ने जश्न मनाया।

नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि उत्तराखंड सरकार में वरिष्ठ मंत्री व कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य की कांग्रेस में घर वापसी से भाजपा की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। यशपाल आर्य कोई साधारण नेता नहीं हैं। उनकी घर वापसी से राज्यभर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई है।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने जिस तरह से पिछले कुछ दिनों से दल-बदल का खेल शुरू किया था, कांग्रेस को उसका जवाब देना जरूरी था। हमारी पार्टी बहुत दल-बदल के पक्ष में नहीं,लेकिन पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता जो पार्टी को छोड़कर गए हैं, वह पार्टी में आते हैं तो निश्चय ही उनका खुले दिल से पार्टी स्वागत करेगी। अगर मुख्यमंत्री का यह कहना कि कांग्रेस में लीडरशीप की कमी है, तो उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए कि वह चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस की ओर ही नजर क्यों बनाए रखते हैं। प्रीतम ने कहा कि भाजपा सरकार की कैबिनेट में तमाम पुराने कांग्रेसी हैं, जो इस बात का प्रमाण हैं कि लीडरशीप की कमी कांग्रेस में नहीं भाजपा में है। कांग्रेस के नेताओं को आयात करके उन्होंने सरकार बनाई और उन नेताओं के दम पर ही चल रही है। प्रीतम ने कहा कि एक तरफ भाजपा यूथ की बात करती है, जबकि उसके लिए कोई रोजगार नहीं है। दूसरी तरफ भाजपा किसानों की बात करती है तो उधर उनकी हत्याएं हो रही हैं। तीसरी तरफ अच्छे दिनों की बात करती है, तो प्रदेश का आम आदमी तमाम तरह की समस्याओं से त्रस्त है। महंगाई सातवें आसमान पर है, पेट्रोल-डीजल के दाम सौ रुपये के पार हो गए। राशन, दालों और खाद्य तेलों के दाम आम आदमी की जेब से बाहर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है। मुख्यमंत्री बनने के बाद धामी से उम्मीद थी कि वह बातें कम और काम ज्यादा करेंगे, लेकिन ठीक उसके उलट वह केवल बातें कर रहे हैं, काम कुछ नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि अब कोई भी भाजपा के जुमलों में फंसने वाला नहीं है।

सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव की उपस्थिति में प्रेस वार्ता में यशपाल और संजीव आर्य ने वापसी की। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और पूर्व सीएम हरीश रावत भी मौजूद रहे।

कांग्रेस में वापसी के बाद यशपाल आर्य ने कहा आज का दिन मेरे लिए महत्वपूर्ण है। राहुल गांधी के प्रयासों से आज पुनः अपने परिवार में शामिल हो रहा हूं। सुकून महसूस कर रहा हूं। मेरे सियासी सफर का आगाज कांग्रेस से हुआ। मैंने 40 साल तक कांग्रेस में काम किया है। यूपी से लेकर उत्तराखंड तक, जिला अध्यक्ष से लेकर स्पीकर के रूप में सेवा दी है। दो बार पीसीसी का अध्यक्ष रहा हु। कांग्रेस ने मुझे हमेशा बड़ी जिम्मेदारी दी। आज फिर से कांग्रेस में शामिल हुआ हूं। मेरा धर्म-कर्म होगा कि कांग्रेस को उत्तराखंड में स्थापित करने में काम करुं। कांग्रेस मजबूत होगी तो लोकतंत्र मजबूत होगा, एक कार्यकर्ता के रूप में काम करुंगा। यशपाल ने कहा कि अब कोई लालसा नहीं है, जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी उसे ईमानदारी से निभाऊंगा।

प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि उत्तराखंड कांग्रेस के लिए यह क्षण बहुत महत्वपूर्ण है। मैं यशपाल, संजीव आर्य व हरेंद्र सिंह राणी का कांग्रेस पाटी में हार्दिक स्वागत करता हूं। इनके आने की खबर से ही पूरे उत्तराखंड के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मनोबल में और कांग्रेस पार्टी की सत्ता में वापसी की संभावनाओं में गुणात्मक वृद्धि हुई है। इस दौरान हरीश रावत ने कहा कि भाजपा के समय भी यशपाल आर्य को महत्व दिया गया। उनके पास महत्वपूर्ण विभाग रहे। वहीं यशपाल आर्य के बेटे होने के नाते संजीव आर्य ने अपनी अलग पहचान बनाई। पहले भी लाेकतंत्र को बचाने में यशपाल आर्य ने हमारा साथ दिया है।

कहा कि सहकारिता के प्रदेश के चेयरमैन रहे और युवा नेता संजीव आर्य ने अपनी अलग शख्सियत बनाई है। यशपाल आर्य और संजीव आर्य का कांग्रेस में तहे दिल से स्वागत है।

वहीं देहरादून स्थित कांग्रेस भवन में आतिशबाजी कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और विधायक संजीव आर्य के कांग्रेस में शामिल होने पर देहरादून स्थित कांग्रेस भवन में आतिशबाजी की व एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर कांग्रेसियों ने जश्न मनाया।

पार्टी के दिग्गज नेता खुले मंच से कई बार इस बात को कह चुके हैं कि भाजपा सहित तमाम दूसरी पार्टियों के असंतुष्ट नेता उसके संपर्क में हैं। यहां तक कि कुछ बागियों को लेकर भी दावे किए जा रहे हैं। लेकिन पार्टी ऐसे नामों का खुलासा करने से बच भी रही है।

वहीं प्रदेश के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने यशपाल आर्य के कांग्रेस में शामिल होने पर कहा कि भाजपा में देश पहले और पार्टी दूसरे स्थान पर है। जबकि व्यक्तिगत हित अंतिम स्थान पर है। धामी ने कहा कि वह समझते हैं कि यशपाल आर्य का व्यक्तिगत हित आगे आ गया था।

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