देहरादून
4 महार (बोर्डस्) के पूर्व सैनिकों ने अपनी बटालियन का 77वाँ स्थापना दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया।
शनिवार को सेना की 4 महार (बोर्डस्) के पूर्व सैनिकों ने दून के एक स्थानीय होटल में अपनी बटालियन का 77वाँ स्थापना दिवस बड़ी धूमधाम के साथ मनाया।
इस अवसर पर मौजूद पूर्व सैनिकों ने अपनी सेना के सेवाकाल के दौरान साथ बिताए दिनों और अपने अनुभव साझा किए।
कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलित कर शहीदों को याद किया तथा उन्हें श्रद्धांजलि देने व महार गान गाकर की गई।
इस अवसर पर बटालियन के पूर्व अधिकारी कर्नल भुपेन्द्र सिंह रावत मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए तथा सभी पूर्व सैनिकों व उनके परिवारजनों को बधाई दी तथा बटालियन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर विशेष अतिथि रहे हिमाचल प्रदेश से बटालियन के सेवानिवित ओ.कै.राम सिंह, नायक बलवान सिहं, तथा हरियाणा से नायक राम चन्दर।
समिति के अध्यक्ष नायक दिनेश गोदियाल (अ0प्रा0) ने बटालियन के विषय में जानकारी देते हुए कहा है कि 4 महार (बोर्डस) की स्थापना 8 मई 1948 को योल में ईस्ट पंजाब फ्रंटियर स्काउट की पहली बटालियन रूप में गठित हुई। बटालियन ने 77 वर्षो के दौरान देश की सीमाओं की सजग पहरेदारी, आन्तरिक व अन्तराष्ट्रीय स्तर पर शान्ति सेना के रूप में हर अनुकूल प्रतिकूल परिस्थितियों में अपने साहस, कर्मठता और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देते हुए देश के प्रति अपने कर्तव्यों को निर्वाह किया है।
बटालियन ने 77 वर्षो के इतिहास में अनेक उपलब्धियां हासिल की है। बटालियन के उत्कष्ष्ट कार्यो के लिए अनेकों वीरता पदकों से अंलकृत किया गया।
जिनमें वीर चक्र 05, शौर्य चक्र 02, सेना मैडल 17, विशिष्ट सेना मैडल 04, मेन्शन इन डिस्पैच 06, सेनाध्यक्ष प्रशंसा पत्र 47, उपसेनाध्यक्ष प्रंससा पत्र 03, जी.ओ.सी. इन सी प्रंससा पत्र 74 आदि शामिल है।
समारोह में कै.सुरेन्द्र सिंह बिष्ट द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आंतकी ठिकानों को ध्वस्त करने से सम्बन्धित भारतीय सेना के पराक्रम के विषय एक जोश भरी कविता का गायन किया गया जिससे सभी जोश और उत्साह से भर गये। कार्यक्रम का संचालन कैप्टन सुरेन्द्र सिंह रावत ने किया।
इस अवसर पर कै. चतर सिंह, कै. वी.डी.भट्ट, कै0 सुजान सिंह, सू. र्क्लक वाई.डी शर्मा, कै.सुरेन्द्र सिंह बिष्ट, कै. जयवीर सिंह रावत, कै. शैलेन्द्र रावत, सू.सुरेन्द्र रावत, कै. प्रकाश चंद, कै.नरेन्द्र कुमार, कै. विजियानन्द खण्डुरी, कै.महेन्द्र सिंह रावत, सू. अर्जुन सिंह, ह. महेन्द्र सिहं, ह. परमिल कुमार, ह. राकेश कुमार, ह. प्रेम बल्लभ, सू. रूप सिंह, ह. क्लर्क एच0एस0 गुसांई, ह. प्रवीण बिष्ट, सू. मनमोहन सिहं, सु. मे.ऋषि राम, सू. सुरेश जोशी, कै. दलिप सिंह, कै. पूरण सिंह, ह. बलबीर सिंह, ह. रणजीत सिंह, नीरू शर्मा, संगीता रावत, अनीता, सुधा रानी, गंगा गुसांई, लक्ष्मी चौहान, हेमा रावत, सुनिता उनियाल, नीमा नेगी, सुषमा रावत, भवानी शर्मा, ज्वलपा देवी, मिनाक्षी देवी, शान्ती रावत, आशा सती, गोमती नेगी, मंजू रावत आदि बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक अपने परिवार सहित उपस्थित थे।