देहरादून
पिथौरागढ़ के सिलपाटा गांव के एक आवासीय भवन के खंडहर में गुलदार ने तीन शावकों को जन्म दे दिया।
भवन स्वामिनी को आते देख मादा गुलदार मौके से चली गई। अब गुलदार के शावकों के पास पुनःआने और लोगों की आवाजाही से मादा गुलदार हिंसक न बने, इसे लेकर वन विभाग चिंतित है।
विभाग द्वारा विशेष टीम बनाकर आसपास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। ताकि लोग गुलदार के शावकों को देखने यहां तक न पहुंच पाएं।इधर, आज मादा गुलदार ने स्वयं ही दो शावकों को वहां से शिफ्ट कर लिया है। जबकि एक शावक अभी खंडहर में मौजूद था। वन विभाग कह रहा है कि संभवतः आज रात को मादा गुलदार बचे शावक को शिफ्ट कर सकती है।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पिथौरागढ़ शहर सेक्सलेज सिलपाटा क्षेत्र के एक खंडहर भवन में एक मादा गुलदार ने गत दिनों तीन शावकों को जन्म दिया है। आवासीय खंडहर आबादी के करीब होने से
गुलदार के शावकों के जन्म से गांव में दहशत का माहौल व्याप्त है। विभागीय कर्मचारी इस इंतजार में है कि मादा गुलदार आए और अपने शावकों को ले जाए।
बताया गया कि पिथौरागढ़ के सिलपाटा में गीता पुनेठा खंडहर भवन में मवेशियों के लिए घास, चारा रखती हैं। सोमवार की सुबह जब वह मवेशियों के लिए घास लेने खंडहर भवन में गई तो वहां तीन नवजात शावक और गुलदार को देख दंग रह गई।
हालांकि महिला को देखते हुए गुलदार शावकों को छोड़कर चली गई।
सूचना पर वन क्षेत्राधिकारी दिनेश जोशी के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची। खतरे को देखते हुए वन कर्मियों ने आसपास के लोगों को वहां से हटाया और मादा गुलदार के आने का इंतजार करने लगे। साथ ही आसपास के घरों को खाली कराते हुए लोगों को थोड़ा दूर रहने की अपील कर रहे। जिसके लिए विभाग द्वारा चरण बद्ध तरीके से वन कर्मियों की ड्यूटी भी लगाकर मौके पर कैंपिंग करने की हिदायत दी गई है।