उत्तराखंड
आज के दौर में भी ईमानदारी शायद कुछ लोगो की बदौलत ही क़ायम है जिसकी ताज़ा मिसाल पंजाब से हेमकुंड साहिब की यात्रा पर आए सरदार तेजेंदर सिंह ने पेश की है।
असल में सरदार तेजेंदर सिंह चमोली बस स्टैंड से टैक्सी में जोशीमठ के लिए बैठे, इसी में एक महिला शशि खंडूड़ी भी सवार थी जो तपोवन मे आयोजित भागवत कथा मे सम्मलित होने के लिए जा रही थी।
हुआ यूं कि जोशीमठ में टेक्सी से उतरते टाइम दोनों के बैग लगभग एक जैसे होने के कारण आपस मे बदल गए ।
सरदार तेजेंदर जब गोविंदघाट पहुंचे और बैग खोलते तो उनके होश उड़ गए बैग मे ज्वैलरी और कुछ नगदी भी रखी थी। उन्होंने तत्काल गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी को बताया कि संभवत यह बैग उस महिला का हो सकता है जो टेक्सी में यात्रा के दौरान आपस मे किसी भागवत कथा में तपोवन जाने की बातें कह रही थी।
इस पर हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के मुख्य प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने विस्तृत जानकारी लेते हुए तपोवन संपर्क कर बैग की सूचना दी। इधर तपोवन पहुंची महिला शशि खंडूड़ी ने भी जब बैग खोला तो उनके भी होश उड़ गए लेकिन उन्हें तत्काल ही बैग सुरक्षित होने की जानकारी मिल गई। तब महिला परिजन के साथ गोविंदघाट पहुंची और बैग मिलने के बाद सरदार तेजेंदर सिंह का आभार जताया।
बैग में थे तीन लाख के गहने गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी ने भी सरदार तेजेंदर सिंह द्वारा ईमानदारी की मिसाल पेश करने पर कमेटी की ओर से उनका शुक्रिया अदा किया। बताया गया कि बैग मे ढाई से तीन लाख रुपये तक की ज्वैलरी थी,जो श्रीमती खंडूड़ी भागवत कथा से पूर्व आयोजित होने वाली कलश यात्रा मे पहनने के लिए लाई थी।