देहरादून
काफी समय से चल रहा उत्तराखण्ड पुलिस का ग्रेड पे मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। तमाम दलीलों और मान मनौवल के बावजूद उत्तराखंड पुलिस के जवानों के परिजन, ग्रेड पे के मसले को लेकर सड़को पर उतर गए है।
इसी क्रम रविवार को सैकड़ो की संख्या में पुलिस जवानों के परिजनों ने प्रदर्शन किया। जबकि पुलिस और प्रशासन लगातार धरना स्थल गांधी पार्क पर भी उनको व्हां से जल्द हटाने के प्रयास में लगा रहा।लेकिन प्रशासन द्वारा मांग का ज्ञापन लेने के बावजूद काफी देर तक प्रदर्शनकारी वहीं पर डटे रहे।उत्तराखंड पुलिस के जवानों में ग्रेड पे के मामले पर तमाम दलीलों और अपीलों का कोई असर कहीं नजर नही आया।
हालांकि, प्रदेश की राजधानी देहरादून में रविवार को तेज बारिश बावजूद पुलिस के परिजनों ने गांधी पार्क पहुंचकर पहले सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया और उसके बाद जमकर नारेबाजी की। हाथों में तख्तियां लेकर सैकड़ों महिलाएं गांधी पार्क पहुंची। इस बीच सीओ सिटी और प्रदर्शन में शामिल होने आए एक रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर के बीच एक बैनर लगाने को लेकर नोकझोंक भी हुई हालांकि इस तरह की घटनाएं खयी बार हुई क्योंकि पुलिस प्रदर्शकारियों को गांधी पार्क के सामने से जल्द से जल्द हटाने पर आमादा थी। आपको यहां बताते चलें कि डीजीपी अशोक कुमार खुद इस मामले को बेहद संजीदगी से शासन स्तर पर लगातार उठा रहे हैं और मामले का हल निकलने के लिए पैरवी भी कर रहे हैं।
सरकार में मंत्री सुबोध उनियाल ने खुद कुछ दिन पहले ही बयान जारी कर जल्द से जल्द हल निकाले जाने का भरोसा दिया था। तो वहीं कल ही एसएसपी देहरादून,उधम सिंह नगर आदि ने भी अपील करते हुए सभी से संयम बरतने की अपील की थी।
उन्होंने अपनी अपील में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा सभी पुलिस कर्मियों व उनके परिजनों से अपील की गई है कि 4600 ग्रेड पे को लेकर शासन स्तर पर गठित समिति द्वारा जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। अतः सभी पुलिसकर्मी कृपया संयम बनाए रखें तथा अनुशासित बल होने के नाते ऐसा कोई अमर्यादित व्यवहार ना करें जिससे आमजन के मध्य पुलिस के प्रति कोई नकारात्मक संदेश जाए।
देहरादून
काफी समय से चल रहा उत्तराखण्ड पुलिस का ग्रेड पे मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। तमाम दलीलों और मान मनौवल के बावजूद उत्तराखंड पुलिस के जवानों के परिजन, ग्रेड पे के मसले को लेकर सड़को पर उतर गए है।
इसी क्रम रविवार को सैकड़ो की संख्या में पुलिस जवानों के परिजनों ने प्रदर्शन किया। जबकि पुलिस और प्रशासन लगातार धरना स्थल गांधी पार्क पर भी उनको व्हां से जल्द हटाने के प्रयास में लगा रहा।लेकिन प्रशासन द्वारा मांग का ज्ञापन लेने के बावजूद काफी देर तक प्रदर्शनकारी वहीं पर डटे रहे।उत्तराखंड पुलिस के जवानों में ग्रेड पे के मामले पर तमाम दलीलों और अपीलों का कोई असर कहीं नजर नही आया।
हालांकि, प्रदेश की राजधानी देहरादून में रविवार को तेज बारिश बावजूद पुलिस के परिजनों ने गांधी पार्क पहुंचकर पहले सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया और उसके बाद जमकर नारेबाजी की। हाथों में तख्तियां लेकर सैकड़ों महिलाएं गांधी पार्क पहुंची। इस बीच सीओ सिटी और प्रदर्शन में शामिल होने आए एक रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर के बीच एक बैनर लगाने को लेकर नोकझोंक भी हुई हालांकि इस तरह की घटनाएं खयी बार हुई क्योंकि पुलिस प्रदर्शकारियों को गांधी पार्क के सामने से जल्द से जल्द हटाने पर आमादा थी। आपको यहां बताते चलें कि डीजीपी अशोक कुमार खुद इस मामले को बेहद संजीदगी से शासन स्तर पर लगातार उठा रहे हैं और मामले का हल निकलने के लिए पैरवी भी कर रहे हैं।
सरकार में मंत्री सुबोध उनियाल ने खुद कुछ दिन पहले ही बयान जारी कर जल्द से जल्द हल निकाले जाने का भरोसा दिया था। तो वहीं कल ही एसएसपी देहरादून,उधम सिंह नगर आदि ने भी अपील करते हुए सभी से संयम बरतने की अपील की थी।
उन्होंने अपनी अपील में कहा कि
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा सभी पुलिस कर्मियों व उनके परिजनों से अपील की गई है कि 4600 ग्रेड पे को लेकर शासन स्तर पर गठित समिति द्वारा जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। अतः सभी पुलिसकर्मी कृपया संयम बनाए रखें तथा अनुशासित बल होने के नाते ऐसा कोई अमर्यादित व्यवहार ना करें जिससे आमजन के मध्य पुलिस के प्रति कोई नकारात्मक संदेश जाए।
बताते चले कि पिछले दिनों कांस्टेबल के वेतनमान में कटौती संबंधी आदेश जारी किए गए थे। जबकि भर्ती के
होने के बाद कॉन्स्टेबल को पहले 20 साल की संतोषजनक सेवा पर सब इंस्पेक्टर के बराबर 4600 रुपये का ग्रेड पे यानी वेतनमान दिया जाता था। जबकि, 30 साल की सेवा पर यह बढ़ाकर इंस्पेक्टर रैंक के बराबर 4800 रुपये कर दिया जाता है। नए आदेशों के अनुसार सिपाहियों को 20 साल की संतोषजनक सेवा पर 2800 रुपये ग्रेड पे दिए जाने की बात है।
लेकिन इन तमाम बातों को दरकिनार करते हुए पुलिस कर्मियों के परिजन आज गांधी पार्क में थे और ये उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार हुआ है जब अनुशासित पुलिस फोर्स के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर अपने परिजनों को सड़कों पर उतारा है। इससे इस मामले की गम्भीरता को समझा जा सकता है।
लेकिन इन तमाम बातों को दरकिनार करते हुए पुलिस कर्मियों के परिजन आज गांधी पार्क में थे और ये उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार हुआ है जब अनुशासित पुलिस फोर्स के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर अपने परिजनों को सड़कों पर उतारा है। इससे इस मामले की गम्भीरता को समझा जा सकता है।