देहरादून
उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह की धामी सिक्योरिटी में तैनात कमांडो प्रमोद रावत ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।गुरुवार दोपहर यह सनसनीखेज मामला सामने आया।
बताया जा रहा हैं कि घटना की जानकारी तब सामने आयी जब अन्य जवान दोपहर बैरक पहुंचे तभी इस घटना को लेकर पुलिस सक्रिय हुई। उसके बाद से ही पुलिस की विशेष जांच दल फॉरेंसिक टीम के साथ मिलकर मौत के सही कारणों को तलाशने में जुटी है।
इस मामले में अपर पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने कहा कि ये हथियार को साफ करते समय एक्सीडेंटल की घटना भी हो सकती है, क्योंकि मृतक जवान ने आगामी 16 जून 2023 से छुट्टी का आवेदन किया था।जो अभी दूर की बात हैं।तो ऐसे में मौत का कारण अभी छुट्टी कैसे हो सकता है। प्रारंभिक जांच में छुट्टी की कोई बात अभी सामने नहीं आयी हैं।
वही ADG ने यह भी कहा कि तनाव वाली बात को कहना भी सही नहीं हैं। मृतक परिवार से संपन्न था अभी 1 दिन पहले ही उसकी फैमिली उनसे मिलकर वापस अपने घर लौटी है। मृतक के परिवारजनों को सूचना देकर अन्य तरह की भी जानकारी जुटाई जा रही है।मृतक के मोबाइल फोन की भी जांच हो रही है।ऐसे में यह घटना खुदकुशी या एक्सीडेंटल है ये भी अभी क्लियर नहीं हुआ है।ADG ने कहा कि अभी फॉरेंसिक टीम के साथ मिलकर पुलिस सही कारणों की जांच पड़ताल में जुटी है।जांच पड़ताल के उपरांत FSL की रिपोर्ट भी कुछ विषय स्पष्ट करेगी जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री सुरक्षा में तैनात मृतक प्रमोद रावत मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के कपलसंयु पट्टी के अगरोड़ा का निवासी था।
अपर पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने बताया कि मृतक 2007 बैच का जवाब था।घटनास्थल की प्रारंभिक जांच पड़ताल में पता चला कि उसके सरकारी AK47 राइफल से एक गोली का सूट निकला है।अब जांच पड़ताल के बाद ही इस बात की पुष्टि होगी कि क्या हथियार साफ करते समय यह एक्सीडेंटल केस हुआ है या कोई और मामला है।
वही मौके पर पहुंचे एसएसपी देहरादून दलीप सिंह कुँवर ने बताया प्रथम दृष्टि से यह एक्सीडेंटल केस प्रतीत होता हैं। जिसमें अंदेशा हैं कि सर्विस एके-47 हत्यार को साफ करते हुए जवान को गोली लग हो। एसएसपी ने कहा कि जांच की जा रही है और जांच के बाद ही मृत्यु का स्पष्ट कारण बताया जा सकता हैं।