साइबर क्राइम के बढ़ते दायरे में साइबर पुलिस ने जारी की एडवाइजरी,आप भी जानिए बचने के तरीके और अपराध रोकने में कीजिए अपनी और पुलिस की मदद

देहरादून

पुलिस साइबर एडवाइजरी स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखंड ..

देहरादून के साइबर क्राइम थाने को वीडियो लाइक और क्रिप्टो पेमेंट से जुड़ी कुछ शिकायतें मिली हैं। यह एक बढ़ता हुआ नया अपराध है जहां पीड़ित न केवल पैसे खोता है बल्कि दूसरों को लुभाने के लिए उसकी डिटेल भी शेयर की जा रही है।

साइबर अपराध का तरीका..

🌀1. पीड़ितों को तीन चरणों में धोखा दिया जाता है।

,🌀2. चरण 1 रैंडम नंबर WHATSAPP / टेलीग्राम के माध्यम से संदेश भेजते हैं जहां वे आपको कुछ यूट्यूब / वीडियो पसंद करने के लिए कहते हैं और प्रत्येक के लिए 50 रुपये (एक छोटी राशि का भुगतान किया जाएगा) ।

🌀3. 3 या 4 उदाहरणों के बाद, पीड़ित को वीडियो पसंद का स्क्रीनशॉट भेजने के लिए कहा जाता है। पेमेंट के लिए यूपीआई आईडी मांगी जाती है और शुरुआत में 150-200 रुपए दिए जाते।

🌀4.चरण 2: अब पीड़ित को एक “MANAGER” से मिलने के लिए टेलीग्राम पर आने के लिए कहा जाता है और दूसरों को समूह (पिरामिड मॉडल) में शामिल करके अधिक पैसा बनाने का लालच दिया जाता है, जहां हर 2 या3 लोगों के शामिल होने पर, एक निश्चित कमीशन दिया जाता है।

🌀5. पीड़ित आश्वस्त हो जाता है और पूरी तरह से विश्वास पर जीतने के लिए संदिग्ध 5-10 हजार का भुगतान करता है।

🌀6. चरण अब पीड़ित के साथ यूपीआई IDS या क्रिप्टो वॉलेट शेयर किए जाते हैं और उनसे लाखों का निवेश करने को कहा जाता है। पीड़ित को लालच दिया जाता है कि उसे राशि की निकासी के लिए न्यूनतम क्रेडिट पॉइंट की आवश्यकता है।

🌀7. इस प्रक्रिया में पीड़ित फर्जी निवेश घोटाले के जरिए लाखों का भुगतान करता है।

🛑जागरुकता के टिप्स

UTTARAKHAND POLLE 1. 👉1.किसी भी निवेश योजना की पेशकश करने वाले सोशल मीडिया पर किसी भी RANDOM NUMBER को तुरंत रिपोर्ट करें और ब्लॉक करें।

👉2. किसी भी व्यक्ति के साथ अपने लेनदेन या इंटरनेट गतिविधि (LIKES ETC) के स्क्रीनशॉट साझा न करें। साथ

ही, अपने क्रेडेंशियल्स को किसी के साथ ऑनलाइन शेयर न करें।

👉 3. “प्रोजेक्ट मैनेजर”, “टीचर” या “ट्रेनर” के साथ किसी भी निवेश घोटाले से सावधान रहें।

👉4. इंटरनेट कॉल के आधार पर किसी भी योजना में निवेश न करें।

👉5. हमेशा फिजिकल वेरिफिकेशन से कंपनी / योजना का सत्यापन करें और अपराधियों द्वारा भेजे गए स्क्रीनशॉट (अन्य निवेशकों के) पर भरोसा न करें।

कोई भी साइबर अपराध शिकायत- एनसीआरपी पोर्टल (WWW.CYBERCRIME.GOV.IN) वित्तीय धोखाधड़ी की शिकायत 1930 पर की जा सकती है।

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