देहरादून
जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जिलाधिकारी शिविर कार्यालय से वीडियोकान्फ्रेसिंग के माध्यम से राष्ट्रीय सब पल्स पोलियो अभियान टीकाकरण कार्यक्रम की जिला टास्कफोर्स की बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में पल्स पोलियो अभियान की उपलब्धियों की समीक्षा व महसूस की गई कठिनाईयों को मध्यनजर रख आगामी अभियान रविवार 1 नवम्बर 2020 से सम्बन्धित कार्ययोजना को लेकर विस्तृत चर्चा की गयी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने गत अभियान 20 सितम्बर 2020 की उपलब्धियों, सामने आयी कमजोरियों और आगामी रविवार 1 नवम्बर 2020 को बूथ दिवस और 2 से 7 नवम्बर तक घर-घर जाकर अभियान को सफल बनाने की कार्ययोजना से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि पोलियो प्रतिरक्षण अभियान में 0-5 वर्ष तक के कुल 189219 बच्चों को दवा पिलाई जायेगी। उन्होंने बताया कि स्थिर बूथ, ट्रांजिट बूथ और मोबाइल बूथ सहित कुल 1255 बूथ स्थापित किये गये हैं, जिनके लिए 251 सुपरवाईजर नियुक्त किये गये हैं तथा घर-घर जाकर ट्रांजिट टीम और मोबाइल टीम सहित कुल 1011 टीमों के लिए 337 पर्यवेक्षक भी तैनात किये गये हैं।
जानकारी देते हुए अवगत कराया कि वर्तमान में 7 कन्टेंनमेंट जोन हैं, इन जोनों के अन्तर्गत जिस घर में कोविड-19 पाॅजिटिव है उस घर को छोड़ते हुए अन्य घरों में पूरी सावधानी से बच्चों को दवा पिलाई जाएगी।
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न क्षेत्रीय प्रभारी अधिकारियों को मिस्ड एरिया पर फोकस करते हुए शत्-प्रतिशत् टीकाकरण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जहां भी बच्चों के पोलियो खुराक से वंचित होने की सम्भावना रहती है अथवा कोई प्रकरण आता है वहां स्वयं जाकर बातचीत करें तथा स्लम काॅलोनियों में भी हर हाल में अन्दर प्रवेश करते हुए पल्स पोलियो की दवा बच्चों को पिलवायें । इस सम्बन्ध में यदि स्थानीय पुलिस प्रशासन के सहयोग भी लेना पडे़ तो अवगत करा दें, किन्तु किसी भी प्रकार से कोई बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित न रहने पाये। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जनपद स्तर से विकासखण्ड स्तर तक समन्वय बैठक और आपसी तालमेल से अभियान को बेहतर कारगर बनाने के निर्देश भी दिये। जिलाधिकारी ने विद्युत सप्लाई विभिन्न क्षेत्रों में इस अवधि में लगातार बनाये रखने, पंचायत, शिक्षा, परिवहन और बाल विकास विभाग को भी अपेक्षित सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने सामान्य जनता से अपील की है कि 1 नवम्बर को बूथ स्तर पर (सीएचसी, पीएचसी, अस्पतालों में) तथा 2 नवम्बर से 7 नवम्बर तक डोर-टू-डोर अभियान के दौरान 0-5 वर्ष तक के प्रत्येक बच्चों को अवश्य पोलियो की दवा पिलायें साथ ही कहा कि यदि कोई व्यक्ति पोलियो अभियान कार्यक्रम को बाधित करता है अथवा टीम के घर-घर दवा पिलाने में तथा इस सम्बन्ध में कोई अनावश्यक अफवाह फैलाता है तो उसके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि नई कन्स्ट्रक्शन साईट्स, मलिन बस्तियों, सुरक्षाकर्मी तैनाती वाली काॅलोनियों में अधिकतर बच्चे, पोलियो दवा से वंचित रह जाते है, उन पर अधिक फोकस किया जाना चाहिए। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को कहा कि 1 नवम्बर को राष्ट्रीय सब पल्स पोलियो अभियान से जुडे़ स्वास्थ्य कार्मिकों को अवकाश स्वीकृत न करें।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण से बचाव को लेकर इस बार घर-घर जाकर अधिकतम बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक पिलाएं ताकि अनावश्यक भीड़ से बचा जा सके। रेलवे स्टेशन तथा बस स्टेशनों पर आवागमन करने वाले बच्चों को मोबाईल टीम के माध्यम से दवा पिलाएं। उन्होंने कहा कि आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों के माध्यम से पल्स पोलियो अभियान से हटकर क्षेत्र के नवयुवक/युवतियों जो 1 जनवरी 2021 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर रहे हैं उनका डेटा भी बनाएं ताकि उन्हें मतदाता नामावलियों से जोड़ते हुए मतदाता पहचान पत्र दिए जा सकें।
इस मौके पर सीएमओ डाॅ अनुप कुमार डिमरी, जिला शिक्षा अधिकारी वाई.एस चोधरी, डीपीओ बाल विकास अवधेश मिश्रा, जिला पंचायतराज अधिकारी एम जफर खान सहित सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।