देहरादून/उत्तरकाशी
उत्तराखंड के सीमांत जिले उत्तरकाशी में कई खबर सुबह 10 बजकर 34 मिंट पर फ्लेश होने के बाद SDRF की टीम मौके ओर रवाना हुई। हालांकि ये मॉकड्रिल था जिसमें SDRF , जिला प्रशासन एवमं स्थानीय पुलिस की टीमों ने सँयुक्त रूप से हिस्सा लिया, जब भूकम्प के तेज झटके जनपद उत्तरकाशी में महसूस किए गए उस समय साढ़े 10 बज चुके थे ।
भूकंप का केंद्र चिवा विकास खंड भटवाड़ी था। रिएक्टर स्केल पर भूकंप की त्रिवता 6.1आंकी गई। जनपद आपातकालीन परिचालक केंद्र द्वारा अलर्ट करते हुए साइरन बजाया , जिसके साथ ही आईआरएस ( इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम) एक्टिव हुआ। इंसीडेंट कमांडर जिलाधिकारी महोदय मयूर दीक्षित आपदा कंट्रोल रूम पहुँचे और भूकम्प से जानमाल की सूचना तहसील स्तर से लेने के निर्देश आपदा कंट्रोल रूम व अधिकारियों को दिए।
जिस क्रम में SDRF को भूकम्प सम्बन्धी सूचना प्राप्त हुई जिस पर टीम तत्काल ही घटना स्थल को रवाना हुई।
जनपद में आए विनाशकारी भूकंप से चिवा में तीन आवासीय भवन पूर्ण रूप से तथा दो आंशिक क्षतिग्रस्त हुए।जनपद में सीमांत गाँव चीमा में SDRF व अन्य सम्बंधित विभागों द्वारा संयुक्त ऑपरेशन के बाद 20 सामान्य घायल,14 गम्भीर घायलों व 6 अन्य मलवे में दबे लोगों को निकाला गया, सभी घायलों को तत्काल ही 108 के माध्यम से राजकीय चिकित्सालय भेजा गया, तथा 20 सामान्य घायलों को चिकित्सकों द्वारा मोके पर ही प्राथमिक उपचार द्वारा किया गया। सम्भावनाओं को नकारने के लिए SDRF टीम द्वारा 4 क्षतिग्रस्त घरों में अतरिक्त गहन सर्चिंग की गई, भूकम्प से सम्बंधित गावँ में पशु हानि भी हुई जिसमें एक गाय और दो भैंस की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि एक गोवंश घायल हुई।
बिजली पानी की सेवा भी बाधित रही जिसे सम्बंधित विभाग कर्मियों द्वारा सुचारू किया गया।
मॉकड्रिल इंसिडेंट कमांडर/ जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने ब्रीफिंग में कहा कि प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए अपनी क्षमताओं के आंकलन , आपसी सामंजस्य बढाने एवमं कार्यकुशलता बढाने के लिए मॉक ड्रील अभ्यास किया गया।