समग्र शिक्षा द्वारा संचालित वर्चुअल स्टूडियो से समर कैम्प के आठवें दिन छात्र / छात्राओं के साथ रोचक गतिविधियों, जानकारियों तथा क्रियाकलापों को साझा किया गया – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

समग्र शिक्षा द्वारा संचालित वर्चुअल स्टूडियो से समर कैम्प के आठवें दिन छात्र / छात्राओं के साथ रोचक गतिविधियों, जानकारियों तथा क्रियाकलापों को साझा किया गया

देहरादून

राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड के मार्गदर्शन में समग्र शिक्षा द्वारा संचालित वर्चुअल स्टूडियो के माध्यम से समर कैम्प के आठवें दिवस पर श्री भगवती प्रसाद मैन्दोली, श्रीमती निरूपमा भट्ट, डॉ0 विनीष गुप्ता तथा डॉ० अनुमेहा जोशी द्वारा छात्र / छात्राओं के साथ रोचक गतिविधियों, जानकारियों तथा क्रियाकलापों को साझा किया गया आठवें दिवस पर तीन सत्रों का आयोजन किया गया।

प्रथम सत्र में भगवती प्रसाद मैन्दोली द्वारा आनन्दम् पाठ्यचर्या के चार आयामों मांइडफुलनेस, कहानी, गतिविधि तथा अभिव्यक्ति में से प्रथम आयाम मांइडफुलनेस अर्थात ध्यान देने की प्रक्रिया से सम्बन्धित अभ्यास करवाये इस प्रक्रिया के अन्तर्गत बच्चों में अपने आस-पास के वातावरण, विचारों, संवेदनाओं के प्रति सजग होने, वर्तमान में जीने की क्षमता का विकास होने तथा कार्य के प्रति फोकस होने के गुण का विकास होता है। छात्र / छात्राओं से बातचीत के क्रम में वे इस प्रक्रिया के बाद सहज तथा उत्साहित प्रतीत हुये।

सत्र में “ऊषा एक किरण फाउण्डेशन” की निदेशक निरूपमा भट्ट द्वारा गुजरात के पारम्परिक भित्ति शिल्प “लिप्पन कला शैली” से बच्चों को परिचित करवाया। इस कला में बच्चों ने पुराने बर्तन, डिब्बे, सी०डी० आदि पर मिट्टी, चौक तथा शीशे के माध्यम से सुन्दर कलाकृति बनाना सीखा। बच्चों ने इस गतिविधि में उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया।

अन्तिम सत्र में विश्व आयुर्वेद परिषद उत्तराखण्ड के जनरल सैकेट्री डॉ.विनीष गुप्ता ने आयुर्वेद से छात्र / छात्राओं को परिचित करवाया।

उन्होंने नियमित दिनचर्या तथा सन्तुलित खान-पान के महत्व को बताते हुए योग, प्राणायाम को अपने दैनिक जीवन में सम्मिलित करने हेतु इनके लाभों की जानकारी सुन्दर उदाहरणों द्वारा प्रदान की। उन्होंने बच्चों को भूख लगने पर ही भोजन तथा प्यास लगने पर ही पानी पीने की सलाह दी। इसके अलावा डॉ० अनुमेहा जोशी द्वारा भोजन में षड्रसों मधुर, अम्ल लवण, कटु तिक्त तथा कसाय को अवश्य सम्मिलित किये जाने के कारणों से बच्चों को परिचित करवाया। भोजन करते समय टी०वी० तथा मोबाइल के प्रयोग से होने वाले नुकसान के बच्चों के साथ साझा किया। वर्चुअल माध्यम से जुड़े विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने दैनिक जीवन शैली व खान-पान से सम्बन्धित रोचक प्रश्न डॉक्टर से पूछे जिनके जवाबों से बच्चे अत्यन्त उत्साहित नजर आये। कार्यक्रम 441 राजकीय विद्यालयों में वर्चुअल के माध्यम से प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम में समग्र शिक्षा से उप राज्य परियोजना निदेशक, मदनमोहन जोशी, समन्वयक हरीश नेगी तथा मुकेश चन्द्र कुमेड़ी उपस्थित थे।

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