देहरादून/ऋषिकेश
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में दो दिवसीय एट्रियल फेब्रिलेशन लाइव वर्कशॉप का आयोजन किया गया। भारत में पहली बार हुई इस कार्यशाला में चार मरीजों के हृदय की लाइव जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। एम्स के हृदय रोग विभाग के तत्वावधान में देश में पहली मर्तबा आयोजित एट्रियल फेब्रिलेशन लाइव कार्यशाला का बतौर मुख्य अतिथि एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि भारत देश में इस तरह की उपचार प्रणाली की नितांत आवश्यकता है,जिससे मरीजों को लाभ मिल सके। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने कहा कि पहली बार एम्स ऋषिकेश वर्ल्ड की नवीनतम हार्ट की उपचार प्रणाली रोगियों को मुहैया करा रहा है। उन्होंने कहा कि मरीजों को इस तरह का उपचार देना समय की मांग है। हृदय रोग विभागाध्यक्ष डा.भानु दुग्गल ने बताया कि संस्थान में स्थापित अत्याधुनिक कैथ लैब से हमें इस तरह की जटिल सर्जरी करने में मदद मिलेगी। एम्स के काॅर्डियो विभाग के डा. इंद्रनील वासू रे व डा. देवेंदू खानरा ने बताया कि एट्रियल फेब्रिलेशन लाइव वर्कशॉप के दौरान चार मरीजों के लाइव केस किए गए, जो कि हार्ट की काफी जटिल प्रक्रिया है। इस अवसर पर एम्स संस्थान के डीन प्रोफेसर मनोज गुप्ता, प्रो. दीपक सत्संगी, सीटीवीएस विभागाध्यक्ष डा. नम्रता गौर, डा. रविकांत, डा. देबोप्रियो आदि ने व्याख्यान दिए।