देहरादून
राजनीति समाज की सेवा का सही और अच्छा माध्यम है। महिलाएं अपेक्षाकृत अधिक संवेदनशील, दयालु तथा सेवा के प्रति समर्पित होती है, उनके राजनीति में आने से देश और समाज को लाभ पहुंचेगा। महिलाओं में नेतृत्व प्रदान करने तथा प्रबंधन करने की जन्मजात प्रतिभा होती है। आवश्यकता इस बात की होती है कि उन्हें सही अवसर प्रदान किये जायें।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि महिला सशक्तीरण में शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका है। राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने रविवार को राजभवन से महिला सशक्तीकरण पर आयोजित वेबिनार को सम्बोधित किया। यह वेबिनार जी.डी.गोयनका पब्लिक स्कूल आगरा द्वारा आयोजित किया था। वेबिनार के दौरान छात्राओं ने राज्यपाल श्रीमती मौर्य से महिला मुद्दों से सम्बन्धित प्रश्न किये। राज्यपाल ने छात्राओं के प्रश्न के उत्तर देने के साथ ही उनका उत्साहवर्द्धन किया। 10 वी कक्षा की छात्रा मान्या भारद्वाज ने प्रश्न किया कि यदि बालिकाएँ राजनीति को अपना कैरियर बनाना चाहती हैं तो किस प्रकार शुरूआत करें? इस प्रश्न का उत्तर देते हुए राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि राजनीति का मूल समाज सेवा है। इसलिए यदि कोई भी राजनीति में आना चाहता है तो उन्हें सामाजिक सरोकारों व मुद्दों से जुड़ना चाहिए। अपने स्कूल, काॅलेज, विश्वविद्यालय, मोहल्लों, शहर व गाँवों में हो रहे समाज कल्याण व जनहितकारी कार्यों में बाल्यावस्था से ही बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें। अपने आस-पास के जरूरतमंद लोगों की मदद करें। धीरे-धीरे आपकी सक्रियता और योगदान स्वयं समाज को दिखाई पड़ने लगता है। 12वी कक्षा की छात्रा ओजस्वी ने राज्यपाल श्रीमती मौर्य से प्रश्न किया कि आपको इस पद तक पहुँचने के दौरान संघर्षमय दिनों में महिला होने के कारण क्या किसी प्रकार का भेदभाव का सामना करना पड़ा? इस प्रश्न के उत्तर देते हुए राज्यपाल ने कहा कि अपने लम्बे सामाजिक तथा राजनैतिक जीवन संघर्ष के दौरान मैनें सभी को साथ लेकर चलने का प्रयास किया। आत्मविश्वास, लगन, परिश्रम, निष्ठा, ईमानदारी, अच्छे व्यवहार, जन कल्याण की सोच के साथ कार्य करते हुए हम किसी भी प्रकार के भेदभाव का सामना सफलतापूर्वक कर सकते हैं। इन गुणों के होने से अधिक लोग आपके प्रति सकारात्मक व सहयोगी बन जाते हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं की भी राजनीति में सक्रिय भागीदारी बढ़नी चाहिए। समाज के कमजोर वर्गों की आवाज उठाने, निर्धन वर्ग हेतु कल्याणकारी योजनाएँ व महिलाओं व बच्चों के विकास हेतु कार्य करने जैसे बहुत से जनहितकारी कार्यों को राजनीति के माध्यम से प्रभावशाली ढंग से किया जा सकता है। वर्तमान के संदर्भ में भारत की बालिकाओं के लिए संदेश देते हुये राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि बालिकाएँ अपना आत्मविश्वास बनाएँ रखें। ऊँचे लक्ष्य रखें। बड़े सपने देखें। परिश्रम, लगन, अच्छी शिक्षा व व्यापक सोच के द्वारा बालिकाएँ प्रत्येक क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के साथ ही देश के विकास में योगदान दे सकती हैं। बालिकाओं को मात्र किसी भी क्षेत्र में उपलब्धियाँ प्राप्त करने तक सीमित नहीं रहना चाहिये अपितु एक आदर्श नागरिक के रूप में समाज की प्रगति में अपना योगदान देना चाहिये। एक सशक्त महिला को अन्य गरीब वंचित वर्ग की बालिकाओं-महिलाओं के लिए काम करना चाहिए। इसके अतिरिक्त छात्राओं ने राज्यपाल श्रीमती मौर्य से कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा, सोशल मीडिया का युवाओं पर प्रभाव, महिला आरक्षण, विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी आदि पर प्रश्न पूछे ।
वेबिनार से जी डी गोयनका पब्लिक स्कूल के चैयरमेन कान्ता प्रसाद अग्रवाल, प्रधानाचार्य पुनीत वशिष्ठ, शिक्षक व छात्र-छात्राएं जुडे़ हुये थे।