देहरादून
डीजीपी अशोक कुमार द्वारा पुलिस कार्यालय स्थित डायल-112 कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया गया, तत्पश्चात् जनपद के समस्त राजपत्रित अधिकारी व थाना प्रभारियो के साथ गोष्ठी आयोजित की गयी।
कंट्रोल रूम के निरीक्षण के दौरान पुलिस महानिदेशक ने कंट्रोल रूम की कार्यप्रणाली की समीक्षा करते हुए उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश निर्गत किये गये, कंट्रोल रूम में प्राप्त होने वाली शिकायतों का जनपदवार विवरण, जिसमें पुलिस के रिस्पांस टाइम, शिकायत पर की गयी कार्यवाही व इस दौरान पुलिस की कार्य प्रणाली का विवरण अंकित करते हुए इसकी मासिक रिपोर्ट सम्बन्धित परिक्षेत्र के पुलिस महा निरीक्षक/उप महानिरीक्षक तथा संबंधित जनपद के पुलिस अधीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। सभी रिपोटों का अवलोकन कर कंट्रोल रूम की व्यवस्था व पुलिस के रेस्पॉन्स टाइम को और बेहतर बनाने की दिशा में आवश्यक कदम उठाने को भी कहा ।
गोष्ठी के दौरान पुलिस महानिदेशक द्वारा सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे लोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील बनें तथा उनके सम्मुख आने वाली प्रत्येक शिकायत का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर करें, हमारी व्यवस्था पीडित पर केन्द्रित होनी चाहिए तथा प्रत्येक दशा में हमारा प्रयास पीडित को अधिक से अधिक राहत पहुचाने का होना चाहिए।
इसके अतिरिक्त सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाना क्षेत्रों में ड्रग माफियाओं के विरूद्ध कार्यवाही केवल खाना-पूर्ति के उद्देश्य से न करें, ड्रग्स माफियाओं के विरूद्ध की गयी कार्यवाही के सुखद एवं ठोस परिणाम सभी के सामने आने चाहिए। वर्तमान में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत हो रहे निर्माण कार्यों के दृष्टिगत यातायात के संचालन हेतु एक ठोस कार्य योजना बनायी जाये, जिससे सडको पर जाम की स्थिती उत्पन्न न हो तथा आम जन-मानस को किसी प्रकार असुविधा का सामना न करना पड़े।
वर्तमान समय में साइबर क्राइम एक उभरता हुआ अपराध है तथा इस ओर विशेष ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है, इसके सम्बन्ध में लोगो को जागरूक करने के साथ-साथ साइबर क्राइम की जानकारी होना भी नितान्त आवश्यक है। अन्त में उपस्थित सभी अधिकारियों को अपनी प्राथमिकताओं के सम्बन्ध में अवगत कराते हुए महोदय द्वारा जनता के साथ अपना व्यवहार संयमित रखने, लोगों की शिकायतों पर तत्काल कार्यवाही करने तथा प्राप्त होने वाली शिकायतों पर रिस्पांस टाइम को और बेहतर करने हेतु निर्देशित किया गया। सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि अपेक्षानुरूप कर्त्तव्यों का निर्वहन न करने वाले अधिकारी/कर्मचारियो की जवाबदेही तय करते हुए उनके विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।