श्रम कानुनो,सरकारी उपक्रमो के निजीकरण,बेरोजगारी सहित विभिन्न मुद्दों पर 9 दिसम्बर को विधान सभा घेराव करेगी इंटक…हीरा सिंह बिष्ट

देहरादून

उत्तराखंड प्रदेश इंटक द्वारा भाजपा की केंद्र व राज्य सरकारों की श्रम विरोधी व सार्वजनिक संस्थानों के निजीकरण की नीति के विरोध में 9 दिसंबर 2021 को विधानसभा घेराव का ऐलान करते हुए पूर्व मंत्री एवं उत्तराखंड इंटक प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट जी ने प्रेस वार्ता द्वारा सूचित किया कि कि 9 दिसंबर को सुबह 10 बजे रेस कोर्स बन्नू स्कूल के समीप एकत्रित होकर उत्तराखंड प्रदेश इंटक के हजारों कार्यकर्ता विधान भवन कूच करेंगे।

प्रमुख बिंदु निम्नवत हैं….

1-केंद्र सरकार द्वारा श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा के 44 श्रम कानूनों को निरस्त करते हुए मोदी सरकार ने जो 4 श्रम संहिता पूजी पतियों के हित में पारित किए हैं उनको वापस लेकर 44 निरस्त श्रम कानून बहाल किए जाएं

२-पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाए व कर्मचारियों को एसीपी लाभ दिया जाए

३ समान कार्य का समान वेतन की नीति सभी विभागों में निगमों में लागू की जाए

४ आंगनबाड़ी व आशाओं का वेतन ₹21000 मासिक व सहयक को ₹18000 मासिक दिया जाए

५ सार्वजनिक उपक्रमों रेलवे बैंक हवाई अड्डे राष्ट्रीय राजमार्ग कोल इंडिया जीवन बीमा रक्षा उत्पादन कारखाने पावर प्रोजेक्ट बंदरगाह बीएसएनएल, एमटीएनएल, आदि का निजीकरण नीलामी बंद की जाए

६ आसमान छूती महंगाई व बढ़ती बेरोजगारी पर प्रभावी नियंत्रण लगाया जाए

७ विभिन् विभागों व निगमो में रिक्त पदों पर नियमित नियुक्तियां की जाएं तथा ठेकेदारी प्रथा को समाप्त किया जाए

८ कोविड-19 महामारी में दिवंगत कर्मचारियों के परिवार में से एक सदस्य को नौकरी व आर्थिक सहायता प्रदान की जाए

९ श्रम कल्याण बोर्ड में श्रमिकों के लगभग 300 करोड़ की श्रमिकों के पैसों की लूट की सीबीआई द्वारा जांच की जाए

1० दिल्ली मैं काले कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन के शहीदों के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए

११ राज्य में कारोना महामारी में प्रभावित सभी परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाए तथा कोरोना के नए संक्रमण की रोकथाम के लिए तत्काल प्रभावी कार्यवाही की जाए।

प्रेस वार्ता में युवा इंटक के प्रदेश अध्यक्ष संग्राम सिंह पुंडीर ने कहा कि बेरोजगारी की बजह से युवाओं में आक्रोश है और राज्य सरकार द्वारा युवाओं के लिए ऐसी कोई ठोस योजना नही बनाइ्र्र है बेरोजगारी की वजह से उत्तरखण्ड का युवा पयायन करने को मजबूर हो रहा है। इसके अतिरिक्त इंटक के वरिष्ठ नेता वीरेंद्र नेगी बीके छतवाल ओ पी सुदी अशोक चैधरी अनिल कुमार विनोद कवि विक्टर थॉमस रविनंदन घनश्याम गुरंग, जीतू कुमार आदि उपस्थित रहे।

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