देहरादून
जौलीग्रांट एयरपोर्ट में रनवे के पास एक गुलदार के घुसने से हड़कंप मच गया था । वन विभाग क्विक रिएक्शन टीम और सीआईएसएफ के जवानों ने 10 घंटे की मशक्कत के बाद देर रात गुलदार पकड़ा था । हालांकि एयरपोर्ट डायरेक्टर डीके गौतम के अनुसार गुलदार के घुसने से हवाई सेवा पर कोई असर नहीं पड़ा।
डीएफओ देहरादुन राजीव धीमान ने बताया कि मंगलवार सुबह सीआईएसएफ़ के वाच टावर से ड्यूटी पर जवान ने एयरपोर्ट रनवे के पास गुलदार को दिखा था । सूचना पर थानो के डिप्टी रेंजर गगनदीप के नेतृत्व में वैटनरी डॉक्टर राकेश नौटियाल और रेस्क्यू टीम लीडर रवि जोशी को दल के साथ मौके पर पहुंचे। लेकिन इससे पहले ही गुलदार रनवे के बीच से गुजरने वाले करीब 25 फीट लंबे व डेढ़ फिट चौड़े ड्रेनेज पाइप में घुस चुका था। गुलदार को पकड़ने के लिए पाइप के एक सिरे पर खुदाई कर वहां करीब सात फीट का पिंजरा लगाने के उपरांत देर रात क्विक रिस्पांस टीम ने गुलदार को पिंजरे में कैद कर लिया।
धीमान के अनुसार गुलदार लगभग एक से डेढ़ साल का है। उसके 20 मीटर लंबे पाइप में घुस जाने से पकड़ने में कठिनाई आयी पाइप को जेसीबी की मदद से बीच से काटकर पिंजरा लगाया गया।तब कही देर रात क्विक रिस्पांस टीम ने गुलदार को पिंजरे में कैद किया। बुधवार को बड़कोट रेंज में रखा गये लेपर्ड का दिन में उसका मेडिकल एग्जामिनेशन किया गया।उसके बाद देर शाम को सुनसान जंगल मे छोड़ दिया गया।