देहरादून
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भारत चीन सीमा पर तनाव के चलते शुक्रवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री द्वारा दिये गये उस वक्तव्य को हास्यास्पद बताया है जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारतीय सीमा में न कोई घुसा है और न कोई कब्जा है।
प्रीतम सिंह ने एक बयान जारी करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस वक्तव्य को सफेद झूठ का पुलिंदा बताते हुए इसे सीमा की रक्षा के लिए शहीद होने वाले भारतीय सेना के 20 जवानों की शहादत का अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि यदि सीमा पर किसी प्रकार का विवाद नहीं है तो भारतीय सेना के जवानों को अपनी शहादत देने की क्यों आवश्यकता हुई? उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया के माध्यम से यह भी पता चला है कि चीन ने भारत के दस जवानों को भी बंधक बना लिया था जिन्हंे सैन्य अधिकारियों के बीच हुई कई दौर की बातचीत के बाद छोडा गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह वक्तव्य देश की जनता को गुमराह करने, सेना का मनोबल तोडने तथा सीमा पर षहीद होने वाले सैनिकों की शहादत का अपमान करने वाला है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारत-चीन सीमा पर लम्बे समय से तनाव की स्थिति बनी हुई थी परन्तु केन्द्र की मोदी सरकार और उसका खुफिया तंत्र पड़ोसी देष की चाल समझने मंे पूरी तरह नाकाम रही जिसकी कीमत हमें 20 सैनिकों की षहादत से चुकानी पड़ी। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 16 जून की रात चीन सीमा पर भारतीय सेना पर हमला भाजपा सरकार की कमजोर विदेश नीति का परिचायक है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा सीमा पर हो रही गतिविधियों को लम्बे समय तक छुपाये रखा तथा पानी सिर से गुजर जाने के बाद ही सर्वदलीय बैठक बुलाई गई जबकि इस मामले में काफी पहले सर्वदलीय बैठक बुलाकर सभी दलों से विचार-विमर्ष कर रणनीति तय की जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी श्रीमती सोनिया गांधी के नेतृत्व में देश की अखण्डता तथा भारतीय सेना द्वारा देश की सीमाओं की रक्षा के लिए उठाये जाने वाले हर कदम का समर्थन करती है परन्तु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भारत-चीन सीमा की सही स्थिति देश के सामने रखनी चाहिए तथा देष की जनता को आश्वासन देना चाहिए कि देश की सीमायें सुरक्षित रहेंगी तथा भारत चीन सीमा पर यथा स्थिति बनी रहेगी।