देहरादून
क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र का पांचवा स्थापना दिवस यूकोस्ट के विज्ञान धाम परिसर में मनाया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रियर एडमिरल ओपीएस राणा, एवीएसएम, वीएसएम (सेवानिवृत्त), पूर्व महानिदेशक, नौसेना आयुध निरीक्षण एवं पूर्व महाप्रबंधक ब्रह्मोस एयरोस्पेस तथा विशेष अतिथि एसीसी विंग के कमांडर ब्रिगेडियर शैलेश सती थे।
डॉ राजेंद्र डोभाल, महानिदेशक यूकॉस्ट ने अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत से किया। अपने स्वागत भाषण में डॉ डोभाल ने भारतीय वैज्ञानिक संस्थानों एवं उनके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एसएंडटी और इनोवेशन विकास की रीढ़ है और इस क्षेत्र में भारत विकसित राष्ट्रों के साथ खड़ा है।
जी.एस. रौतेला, पूर्व डीजी एनसीएसएम तथा वर्तमान में सलाहकार साइंस सिटी देहरादून ने ष्कम तापमान पर पदार्थष् विषय पर तरल नाइट्रोजन के साथ कुछ सुंदर प्रयोगों का प्रदर्शन किया, जिन्हें प्रतिभागियों ने बहुत सराहा।
अपने भाषण में, रियर एडमिरल राणा ने प्रतिभागियों के लिए आयुध निर्माण के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विभिन्न पहलुओं तथा प्रक्रिया पर बात की। ब्रिगेडियर सती ने अपने संबोधन में अपने कैडेट्स के लिए विभिन्न प्रोग्राम आयोजित करने के लिए महानिदेशक डॉ डोभाल का आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपने अभिनव विचारों को पोषित करने के लिए इनोवेशन हब में कुछ कैडेट भेजने की इच्छा भी जताई।
डॉ डोभाल ने रियर एडमिरल राणा और ब्रिगेडियर सती को सम्मान स्वरूप स्मृति चिन्ह भेंट किए। एसीसी कैडेट्स के समूह ने विभिन्न साइंस दीर्घाओं का भ्रमण किया और केंद्र में 3डी विज्ञान फिल्म का आनंद उठाया। कार्यक्रम में एसीसी विंग के कुल 125 कैडेट्स तथा यूकोस्ट स्टाफ ने भाग लिया। कार्यक्रम में डॉ डीपी उनियाल, संयुक्त निदेशक यूकोस्ट, डॉ बीपी पुरोहित, डॉ आशुतोष मिश्रा, श्री अमित पोखरियाल और डॉ अपर्णा शर्मा आदि उपस्थित रहे।