देहरादून
संयुक्त नागरिक संगठन द्वारा पाकिस्तान पर भारत की विजय के निर्णायक दिन 16-दिसंबर 1971 की 50 वीं वर्षगांठ विजय दिवस पर इस युद्ध मे शहीद हुए 1400 जाबांज भारतीय सैनिको के बलिदान को श्रद्धापूर्वक याद करते हुए मोमबती जलाकर उनकी वीरता को सैल्यूट किया और उनकी स्मृति में दो मिनट का मौन रखा।
इसी क्रम में भारतीय सेना के सीoडीoएसo जनरल बिपिन रावत समेत अन्य सैन्य अधिकारियो को भी याद कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
वीरवार शाम गांधी पार्क स्थित करगिल स्मारक देहरादून मे सामुहिक श्रद्धांजली अर्पित की गई जिसमे सुशील त्यागी व जितेन्द्र डन्डोना ने कहा कि 1971 दुनिया के इतिहास में सदैव याद रखा जायेगा कि हिन्दुस्तान ने जंग जितने के बाद भी पकिस्तान के सारे सैनिकों को घुटने टेकने पर मजबूर किया।
जगमोहन मेहंदीरत्ता व मुकेश नारायण ने कहा कि भारत ने जिस प्रकार बंगलादेश का गठन कर भूगोल ही बदल दिया वह हमारे सैनिकों की कुर्बानी और बहादुरी का ही परिणाम था।
हमारी सेना के विपिन रावत व अन्य बहादुर सैनिकों की दुर्घटना में शिकार हुए सभी सैनिकों को हजारों बार नमन है।
आज मुख्यतः इसमें पूर्व सैनिक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिजन, राज्य आन्दोलनकारी व अन्य सामाजिक संस्थाओ के प्रतिनिधिगण शामिल हुए जिसमे
सुशील त्यागी, जितेन्द्र डन्डोना, जगमोहन मेहंदीरत्ता, मुकेश नारायण शर्मा, रविन्द्र प्रधान, जया, हिमांशु अरोड़ा, प्रदीप कुकरेती, रेखा नेगी,सतपाल चौहान, राजगीता शर्मा, एसo पीo एसo पंवार, मनोज ध्यानी, गणेश धामी, व कई लोग शामिल रहे।