देहरादून
सीएम ने अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी का गठन किया जिसके लिए आईपीएस पी रेणूका को जिम्मेदारी दी गई।
एसआईटी ने अंकिता मर्डर केस मे अभियुक्तों का तीन दिन का पीसीआर मिलने के बाद तीनों अभियुक्तों से अलग अलग पूछताछ कर घटनाक्रम की कडियों को जोडकर पूरा क्राईम सीन दौहराकर मामले की तह tk जाने का प्रयास किया।
अभी तक की गई विवेचना मे सभी गवाहों के बयानों की गहराई से जांच करते हुये एसआईटी ने हर पहलू पर जुटाए गए महत्वपूर्ण साक्ष्यों का अंकिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे काफी बल मिला है। यहां यह महत्वपूर्ण है कि एसआईटी इस विवेचना मे हर प्रकार की नई से नई तकनीकी का इस्तेमाल कर साक्ष्यों एकत्रित कर रही है।
जिससे इस केस की विवेचना को काफी मजबूती मिली है, विवेचना लगातार प्रगति पर चल रही है। बताते चलें कि राजस्व पुलिस से मामले के हस्तांतरित होने के बाद 23 सितंबर को रेगुलर पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेश करने के बाद तीनों आरोपियों पुलकित,अंकित और सौरभ को न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार खांड्यूसैंण भेज दिया गया था।
एसआइटी जांच अधिकारी पी रेणुका देवी ने कहा कि तीनों अभियुक्तों को हमने तीन दिन की रिमांड पर लेने के बाद तीनों आरोपियों से गंभीरता से पूछताछ की गई जिससे एसआईटी को काफी सबूत मिले। तीनो आरोपियों को घटना स्थल पर ले जाया गया जहाँ पर तीनों आरोपियों से घटना स्थल पर ले जाकर घटना कर्म को सांकेतिक रूप में दोहराकर जानकारी ली गई घटना स्थल से इस दौरान काफी साक्ष्य मिले। वनन्तरा रिजॉर्ट में वीआईपी गेस्ट मामले में भी गेस्ट की जांच की जा रही है।