देहरादून/कोटद्वार/पौड़ी
सड़क या अन्य हादसों में घायलों को बचाने में आगे बढ़कर कार्य करने वालों को पौड़ी पुलिस प्रशस्ति पत्र व नगद पुरुष्कार देकर प्रोत्साहित कर रही है। पुलिस मुख्यालय उत्तराखण्ड द्वारा एवं सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार की “गुड समेरिटन” स्कीम के अन्तर्गत सड़क दुर्घटना या अन्य किसी भी प्रकार की दुर्घटना में घायल व पीड़ित व्यक्तियों की मदद करने वाले व्यक्तियों को प्रोत्साहित करने हेतु निर्देशित किया गया है।
जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह द्वारा छह व्यक्तियों को “गड समेरिटनस” से सम्मानित किया गया।
24 फरवरी को थाना देवप्रयाग क्षेत्र में रात्रि के समय अमृतसर, पंजाब निवासी गुरप्रीत सिंह एवं गांव बनाला, जिला-मण्डी, हिमांचल प्रदेश निवासी सुशांत शर्मा द्वारा पौड़ी देवप्रयाग रोड़ पर दुर्घटनाग्रस्त डम्पर के गहरी खाई में गिर जाने पर डम्पर के घायल हुए चालक गगनदीप को रेस्क्यू करने में स्थानीय पुलिस का सहयोग कर “गुड समेरिटन” की भूमिका निभाई गई। 8 जनवरी को थाना लक्ष्मणझूला क्षेत्र में वन विभाग की सफारी गाडी का वन विभाग के अधिकारियों द्वारा ट्रायल लिया जा रहा था। इसी दौरान वाहन अनियंत्रित होकर पावर हाउस के पास पेड से टकराने पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
दुर्घटना में घायल व्यक्तियों का चीला कालोनी निवासी नरेश पाल द्वारा रेस्क्यू करने में स्थानीय पुलिस का सहयोग कर “गुड समेरिटन” की भूमिका निभाई गई। 16 जनवरी को थाना लैन्सडाउन क्षेत्र में सौलिया बैण्ड के पास एक वाहन इण्डिगों कार दुर्घटना ग्रस्त होकर गहरी खाई में गिर गई थी, जिसमें तीन व्यक्ति सवार थे। ग्राम सोल्या लैन्सडाउन निवासी भारत सिंह एवं अनुपम सिंह द्वारा दुर्घटना ग्रस्त हुये वाहन से व्यक्तियों को रेस्क्यू करने में स्थानीय पुलिस का सहयोग कर “गुड समेरिटन” की भूमिका निभाई गई।
बीते 9 दिसंबर को थाना लैन्सडाउन क्षेत्र में देवलखाल के पास एक मोटर साईकिल गहरी खाई में गिर गई, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया था। देवाखाल निवासी राकेश बौठियाल द्वारा घायल व्यक्ति को गहरी खाई से निकालने में रेस्क्यू करने में स्थानीय पुलिस का सहयोग कर “गुड समेरिटन” की भूमिका निभाई गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह का सभी नागरिकों से अनुरोध है कि आप भी अच्छे नागरिक होने का फर्ज निभाएं। जब भी कहीं कोई दुर्घटना घटित होती है और आप मौके पर मौजूद रहते हैं तो आप घायल व्यक्ति को निकटवर्ती अस्पताल में पहुँचाकर केंद्र व राज्य सरकार की इस अति महत्वपूर्ण योजना से लाभान्वित होने के साथ-साथ मानवता का धर्म निभा सकते हैं।