महिला कांग्रेस पदाधिकारियों ने, 24 जुलाई को देहरादून के केदारपुरम स्थित नारी निकेतन मे घटित घटना के विरोध मे सांकेतिक धरना दिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि जिस तरह नाबालिक लड़की इतनी सुरक्षा के बावजूद गायब हो जाती है और ये घटना समाचार पत्रों के माध्यम से तब सामने आती है जब उस बच्ची के साथ बलात्कार जैसी जघन्य अपराधिक घटना घटित हो जाती है। इसी तरह की कई घटनाएं पिछले कुछ समय से नारी निकेतन मे घटित होती आ रही है जो नारी निकेतन की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बड़ा प्रश्नचिंह है। किन परिस्थितियों मे नाबालिक लड़की लापता हुई और किस परिस्थिति मे वापस आई इसकी जानकारी के लिए नारी निकेतन की वार्डन और सुरक्षा अधिकारी मौन धारण किये हुए हैं। यह प्रकरण किसी बडी साजिश की तरफ इशारा करता है। नारी निकेतन में घटी इस घटना से पूरा उत्तराखण्ड शर्मसार है तथा इससे देवभूमि की गरिमा को भारी आघात लगा है।
महानगर महिला कांग्रेस अध्यक्ष कमलेश रमन ने कहा की इस प्रकरण मे उच्चस्तरीय जाँच होनी ही चाहिए ,वार्डन और सुरक्षा अधिकारी को बर्खास्त करना चाहिए। राज्य के मुखिया को इस पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए
कहा की देवभूमि के अंदर बच्चियों और महिलाओं के साथ इस तरह के जघन्य अपराध देवभूमि को शर्मसार करते हैं। राज्य सरकार की चुप्पी इस प्रकरण मे बहुत कहानियाँ बयाँ करती हैं।
धरने मे डॉ आर पी रतूड़ी, डॉ प्रतिमा सिंह, पार्षद उर्मिला थापा,पुष्पा पवार, चंद्रकला नेगी, अनुराधा तिवारी, संध्या थापा , मधु थापा, नीरू तमंग, अनु भट्ट, सर्वेश्वरी सैनी,विजय गुप्ता, संदीप चमोली,राकेश भट्ट,आयुष सेमवाल आदि मौजूद रहे।