राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से ही बेटियों को सच्चे अर्थों में सशक्त किया जा सकता है। माता-पिता का सहयोग व अवसर मिले तो बालिकाएं जीवन में बड़ी से बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकती है। अपनी बेटियों को पंख दे ताकि वे जीवन में ऊंची उड़ान भर सके। उनकी प्रतिभाओं को निखारने में सहयोग करें।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि महिलाओं का बच्चों को अच्छी परवरिश व संस्कार देने तथा परिवार की सुख-समृद्धि में अहम योगदान है। महिलाएं वीरता, बुद्धिमता, ज्ञान, भक्ति व शक्ति का प्रतीक हैं। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सर्वे ऑफ इंडिया, के सभागार में पंडित दयाल उपाध्याय एक्शन एंड रिसर्च सोसाइटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम के अवसर पर उपस्थित विभिन्न स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी सैंकड़ों महिलाओं को सम्बोधित करते हुये राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने कहा कि महिलाओं और बालिकाओं को कौशल विकास के माध्यम से आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना बहुत जरूरी है। महिला स्वयं सहायता समूहों को मार्केटिंग, विपणन, पैंकेजिंग जैसे कार्यो हेतु उचित प्रशिक्षण व कौशल विकास हेतु सहायता दी जानी चाहिये। महिला स्वयं सहायता समूहों के कार्यों की प्रगति की मास्टर ट्रेनर द्वारा निरन्तर निगरानी की जानी चाहिये। राज्यपाल ने कहा कि गरीब बस्तियों में निर्धन-निरक्षर महिलाओं को साक्षर बनाने, उन्हें स्वास्थ्य एवं कानून की जानकारी देने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाने चाहिये।
इस अवसर पर विधायक गणेश जोशी ने कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण हेतु उन्हें समानता के अवसर दिये जाने चाहिये। परिवार से ही लिंगभेद को समाप्त किया जाना चाहिये।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मंगला माता ने कहा कि महिलाएं शक्ति का प्रतीक हैं लेकिन महिलाओं को सशक्त बनाने के लिये अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। बेटियों को शिक्षा के माध्यम से ही स्वावलम्बी बनाया जा सकता है।
इस अवसर पर राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने 15 स्वयं सहायता समूहों व उनके मास्टर ट्रेनर को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के तहत पंडित दयाल उपाध्याय एक्शन एंड रिसर्च सोसाइटी द्वारा महिला स्वयं सहायता समूहों को सशक्त महिलाओं द्वारा एक वर्ष तक प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रत्येक सशक्त महिला को एक स्वयं सहायता समूह की जिम्मेदारी दी जायेगी।
कार्यक्रम में भोले महाराज, पंडित दयाल उपाध्याय एक्शन एंड रिसर्च सोसाइटी की अध्यक्षा नेहा जोशी व स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं उपस्थित थी।