देहरादून
भारत माता के सपूत देहरादून के रहने वाले दो शहीदों मेजर विभूति नारायण ढौंडियाल और मेजर चित्रेश बिष्ट को वीरभूमि फाउंडेशन ने प्रेमनगर स्थित फाउंडेशन के कार्यालय में और डालनवाला जनकल्याण समिति ने सामुदायिक भवन में दीपदान कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
डालनवाला जनकल्याण समिति के अध्यक्ष टीटू त्यागी रेखा कि शहिद मेजर चित्रेश और विभूतिंके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। देश ऐसे वीरों के बलिदानों की वजह से ही सुरक्षित है।
उत्तराखंड न्यूज केमरामन एसोसिएशन के प्रभारी अध्यक्ष मंगेश कुमार ने कहा कि आज देश को सच्चे देश प्रेमियों की जरूरत है देश पर जान न्योछावर करने वाले मेजर चित्रेश और मेजर विभूति को याद कर हर देश प्रेमी की आंखें नम हैं।
वीरभूमि फाउंडेशन के अध्यक्ष राजेश रावत ने कहा कि
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में चल रहे एनकाउंटर में 18 फरवरी 2019 को मेजर विभूति नारायण ढौंडियाल भी शहीद हो गए थे।
मेजर विभूति नारायण देहरादून के नेश्विवला रोड निवासी थे। मात्र 31 साल के मेजर विभूति नारायण का शहादत से एक साल पहले ही अप्रैल के महीने में उनका विवाह हुआ था।
उनकी पत्नी निकिता कॉल ढौंडियाल ने उनकी शहादत के उपरांत ही सेना को समर्पित कर लेफ्टिनेंट बन चुकी हैं और मेजर विभूति को मरणोपरांत शौर्य चक्र से भी सम्मानित किया गया है।
वहीं, 16 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास एक आईईडी बम को डिफ्यूज करते समय मेजर चित्रेश सिंह बिष्ट शहीद हो गए थे। इसमें एक जवान घायल भी हो गया था।
मेजर चित्रेश सिंह बिष्ट एक बम निरोधक दस्ते की अगुवाई कर रहे थे। मेजर बिष्ट की 7 मार्च को शादी थी और वेडिंग कार्ड भी बंट चुके थे। मेजर बिष्ट के पिता सेवानिवृत्त पुलिस इंस्पेक्टर एसएस बिष्ट उन्हें बार-बार शादी की तैयारियों के लिए छुट्टी लेकर आने को कह रहे थे, लेकिन उन्होंने अपने फर्ज को आगे रखा। इस कार्यक्रम में फाउंडेशन के अध्यक्ष राजेश रावत सचिन कुमार चंदन कनौजिया चंदा उनियाल हरीश कुमार आशीष गुसाईं शुभम वर्मा आशीष कुमार सूरज कुमार आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।