GST में गड़बड़ी को ले प्रदेश के राज्य कर विभाग ने लालकुआं, रुद्रपुर और लालपुर के कई प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर करोड़ों रुपए का हिसाब किताब खंगाल डाला

देहरादून/यूएस नगर

 

टैक्स की चोरी हो या GST me गड़बड़ी डिपार्टमेंट सक्रिय दिख रहे हैं।लगातार छापों की खबरें मिल रही हैं।

ऐसे में वीरवार को जीएसटी में गड़बड़ी को लेकर उत्तराखंड राज्य कर विभाग ने लालकुआं, रुद्रपुर और लालपुर के कई प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की। लालकुआं एवं लालपुर स्थित इन प्रतिष्ठानों में नैनी प्लाईवुड प्रा. लि लालपुर, राहुल कान्ट्रक्टर एवं अमित इण्टरप्राइजेज लालकुआं शामिल है। इनमें करोड़ों रुपए के हिसाब किताब को लेकर जांच की गई है। जीएसटी विभाग ने इन प्रतिष्ठानों पर पूरे दिन जमकर पड़ताल की है।

आयुक्त राज्य कर उत्तराखण्ड के निर्देशन में केन्द्रीय अभिसूचना इकाई उत्तराखण्ड देहरादून एवं कुमाऊँ स्थित विभिन्न कार्यालयों में कार्यरत अधिकारियों की संयुक्त टीम ने यहां छापेमारी की है। विशेष अभियान के तहत जीएसटी चोरी को लेकर उक्त फर्मों की संकलित सूचनाओं के आधार पर उनके व्यापार स्थल पर प्रथमदृष्टया अनुमानित 15 से 20 करोड़ रुपए के हिसाब किताब को लेकर कुछ गड़बड़ी मिली है। अमित इण्टरप्राइजेज लालकुआ, राहुल कॉन्ट्रक्टर एवं नैनी प्लाईवुड लालपुर के व्यापार स्थलों पर छापामार कार्रवाई प्रातः 11 बजे शुरू की गई। जो कि शाम 5 बजे बाद तक चलती रही। जांच के दौरान उपरोक्त फर्मों से कुल 2 करोड़ जमा कराने की सूचनाएं मिल रही है। फर्मों में जांच के दौरान राज्य कर के रूप में और धनराशि जमा कराये जाने की सहमति भी दी गई।

जांच में पाया गया कि उक्त तीनों पंजीकृत व्यापारियों द्वारा इनपुट टैक्स क्रेडिट में गलत रूप से दावाकृत करते हुए उपभोग किया गया है। नैनी प्लाईवुड प्रा०लि० लालपुर द्वारा दिल्ली स्थित बोगस फर्मों से खरीद प्रदर्शित करते हुए गलत इनपुट टैक्स क्रेडिट दावाकृत एवं उपभोग किया जाना प्रतीत हो रहा है।

इसी प्रकार अमित इण्टरप्राइजेज लालकुआ द्वारा प्लाइवुड की ट्रेडिंग के कम में बोगस उ०प्र० स्थित बोगस फर्म से खरीद कर इनपुट टैक्स क्रेडिट को आगे गलत रूप से हस्तान्तरित किया जाना प्रतीत हो रहा है। राहुल कॉन्टैक्टर जो कि मेनपावर के रूप में पंजीकृत है, उसके द्वारा ऐसे माल एवं सेवा अथवा दोनों की खरीद पर इनपुट टैक्स दावाकृत / उपभोग किया गया है, जो कि उसके मुख्य व्यापार से सम्बद्धता नहीं रखते हैं। जांच के दौरान टीमों द्वारा उक्त फर्मों के स्वामियों एवं प्रतिनिधियों के बयान दर्ज किये गये, एवं पंचनामा रेखांकित की गई।

टीमों में गौरव पंत सहायक आयुक्त, शटीकाराम चन्याल सहायक आयुक्, उर्मिला पिंचा सहायक आयुक्त, हरिओम वर्मा सहायक आयुक्त, नन्दन गिरि सहायक आयुक्त, अश्वनी कर्णवाल, संदीप अरोरा, संध्या रावत, मितेश्वरानन्द, राजीव अग्रवाल राज्य कर अधिकारी कुन्दन सिंह पांगती आदि शामिल रहे।

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