देहरादून
दून विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन द्वारा आयोजित मीडिया फेस्ट आज संपन्न हुआ।
फेस्ट के दूसरे दिन के कार्यक्रम में छात्रों ने मीडिया पाठ्यक्रम से संबंधित क्विज़ तथा ‘न्यूज़ रूम पत्रकारिता की आड़ में अस्तित्व खोती खोजी पत्रकारिता’ अथवा ‘उत्तराखंड के जन आंदोलनों में पत्रकारिता की भूमिका’ थीम पर लेखन प्रतियोगिता आयोजित किये। इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गये।
कार्यक्रम की शुरुआत ‘कल और आज’ नामक स्किट से हुई। स्किट के माध्यम से मीडिया के बदलते स्वरूप, नयी पीढ़ी पर सोशल मीडिया के प्रभाव, और आज के बदलते समाजिक एंव पारिवारिक परिवेश पर प्रश्नचिन्ह लगाने का प्रयास किया गया। कार्यक्रम में हिंदी सिनेमा द्वारा भारतीय दर्शकों से दशकों तक जुड़े रहने और मनोरंजन करते आने को संगीत और रंगारंग कार्यक्रमों द्वारा प्रस्तुत किया गया। विभाग के छात्र- छात्राओं द्वारा नब्बे के दशक से लेकर वर्तमान में बाॅलीवुड के गानों पर नाट्य प्रस्तुति दी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रंखला में उत्तराखण्ड एंव देश के अन्य राज्यों के लोक नृत्य भी प्रस्तुत किये गए।
कार्यक्रम के समापन पर विभागाध्यक्ष प्रो. राजेश कुमार ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि इस फेस्ट का उद्देश्य छात्रों को मीडिया जगत के सही स्वरूप से रूबरू कराना है, ताकि वह समाज के सजग प्रहरी बन देश निर्माण में अपना सहयोग दे सकें।
इस दौरान विभाग के शिक्षक गण प्रो हर्ष डोभाल, डा राशि मिश्रा, डा करूणा शर्मा, आबशार अब्बासी, जूही प्रसाद, डा वंदना नौटियाल, पियषी हिमानी आदि उपस्थित रहे।