स्वास्थ्य एवं जनजागरुकता अभियानों में अधिकाधिक जनसहभागिता होनी चाहिए,इस पहल से स्वस्थ समाज की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है.. एम्स

देहरादून/हल्द्वानी

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश के सेटेलाइट सेंटर, किच्छा के तत्वावधान में कुमाऊं मंडल के अंतर्गत हल्द्वानी में जन संवाद एवं सम्पर्क, स्वास्थ्य जागरूकता एवं चेतना कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में संस्थान के आउटरीच सेल द्वारा एम्स की ओर से संचालित होने वाले तमाम स्वास्थ्य एवं जनजागरुकता अभियानों से आमजन को रूबरू कराया गया और उनसे इस तरह के जनस्वास्वास्थ्य से जुड़े कार्यक्रमों में अधिकाधिक जनसहभागिता सुनिश्चित करने का आह्वान किया गया, जिससे संस्थान की इस पहल से स्वस्थ समाज की परिकल्पना को साकार किया जा सके।

एम्स, ऋषिकेश के आउटरीच सेल की ओर से संस्थान के किच्छा, उधमसिंहनगर में निर्माणाधीन सेटेलाइट सेंटर के तत्वावधान में कुमाऊं मंडल में संस्थान द्वारा संचालित की जाने वाली तमाम स्वास्थ्य व जागरुकता से जुड़ी गतिविधियों को शुरू कर दिया गया है। जिसकी शुरुआत एम्स आउटरीच सेल द्वारा हल्द्वानी से कर दी गई है। कार्यक्रम में अपने संदेश में संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने बताया कि एम्स ऋषिकेश की ओर से सेटेलाइट सेंटर के माध्यम से जल्द ही कुमाऊं मंडल के अंतर्गत विभिन्न विषयों पर आधारित स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं जन जागरूकता अभियान संचालित किए जाएंगे। इसके अलावा टेलिमेडिसिन सेवा के माध्यम से मंडल के दूर-दराज इलाकों में रहने वाले लोगों को एम्स ऋषिकेश के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य परामर्श प्रदान किया जाएगा।

कार्यकारी निदेशक एम्स प्रो. मीनू सिंह ने यह भी बताया कि संस्थान की टेलिमेडिसिन सेवा से लाभ लेने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और इस सेवा का नियमिततौर पर जरुरतमंदों को लाभ मिल रहा है।

संस्थान की( संकायाध्यक्ष) अकादमिक प्रो.जया चतुर्वेदी ने बताया कि किसी भी जन जागरूकता कार्यक्रम के लिए जन भागीदारी आवश्यक होती है, बिना जन सहभागिता के कोई भी जागरूकता कार्यक्रम सफल नहीं हो सकता। लिहाजा एम्स की ओर से आमजन के स्वास्थ्य के मद्देनजर चलाए जाने वाले कार्यक्रमों में समाज को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए, जिससे हम स्वस्थ समाज की परिकल्पना को साकार कर सकें।

एम्स की सोशल आउटरीच सेल के नोडल अधिकारी डॉ.संतोष कुमार ने स्वास्थ्य जागरूकता एवं स्वच्छता से स्वास्थ्य तक कार्यक्रम के अंतर्गत जनमानस से डेंगू की रोकथाम एवं जागरूकता हेतु सेवन प्लस- वन कार्यक्रम आयोजित करने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों में लोगों को सप्ताहभर तक अपने आस -पास एवं कम्युनिटी में सफाई अभियान के साथ-साथ इस कार्यक्रम को आयोजित करने से डेंगू के प्रकोप को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि भागदौड़ भरी जिंदगी में हम लोग अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रख पाते हैं। जिससे अधिकांश लोग डायबिटीज, हाइपरटेंशन,शुगर, लकवा जैसी बीमारियों से घिर जाते हैं। लिहाजा इन सभी बीमारियों से बचाव हेतु संस्थान की ओर से वर्क प्लेस वेलनेस प्रोग्राम की शुरुआत की गई है, इस कार्यक्रम को भी जल्द ही कुमाऊं मंडल में संचालित किया जाएगा।

इस अवसर पर हल्द्वानी के मेयर जोगिंदर रौतेला, सामाजिक कार्यकर्ता एवं युवा नेता विकास भगत के अलावा नगर क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों, सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों, समाजसेवियों ने प्रतिभाग किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published.