देहरादून
बाल विकास परियोजना शहर के द्वारा बालिकाओं के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत दो दिवसीय जीवन कौशल कार्यक्रम का आयोजन कांवली रोड स्थित पंचायत भवन में किया गया, जिसमे बालिकाओं के सम्पूर्ण संवर्धन से सम्बंधित मुद्दों को शामिल किया गया।
सर्वप्रथम बाल विकास परियोजना अधिकारी बहुगुणा द्वारा बालिकाओं को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गयी जिसमे मुख्या रूप से नंदा गौरा योजना, वन स्टॉप सेण्टर, राष्ट्रीय महिला हेल्प लाइन 181 आदि की जानकारी दी गयी।
राज्य समन्यवयक विमला मखलोगा द्वारा बालिकाओं को एनीमिया , डायरिया, माहवारी के दौरान साफ़ सफाई, पौष्टिक आहार की जानकारी दी गयी।
महिला शक्ति केंद्र की महिला कल्याण अधिकारी सरोज ध्यानी द्वारा बालिकाओं को विभिन्न कौशलों की जानकारी दी गयीजिसमे उन्होंने बताया कि इन कौशलों के माध्यम से बालिकाओं की क्षमताओं का विकास होगा और वह कुशल नागरिक के साथ साथ सामाजिक कार्यों और विषम परिस्थितियों में समायोजन की योग्यता विकसित कर पाएंगे। जिसमें मुख्य रूप से टाइम मैनेजमेंट , आत्मविश्वास की भावना , निर्णय लेने की क्षमता , लक्ष्य निर्धारण , समस्या का समाधान करना इत्यादि पर जोर दिया गया।
इसके आलावा बालिकाओं को आजीविका के तहत स्वयं सेवी संस्थान के माध्यम से अनुपयोगी वस्तुओं से विभिन प्रकार के सामान बनाना सिखाये गए, जिसमे से क्राफ्ट , मास्क, बैग इत्यादि बनाना सिखाया गया.
कार्यक्रम में बालिकाओं को पोषण किट ( मडुवा लड्डू ,गुड़ और चना ) भी दिए गए, उसके आलावा सेनेटरी किट भी दी गयी। क्षेत्र के पार्षद विकास के द्वारा इस प्रकार के कार्यक्रमों के लिए विभाग की सराहना की साथ ही अपने पंचायत भवन में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ से सम्बंधित योजनाओं की पेंटिंग के लिए अपनी इच्छा जाहिर की गयी।
कार्यक्रम में क्षमा बहुगुणा, विमला मखलोगा, सुप्रिया चंद , सरोज ध्यानी, शिल्पा रावत, रचना और विभाग की आंगनवाड़ी कार्यकार्तियाँ उपस्थित रही।