देहरादून
26 फरवरी को सहारा इण्डस्ट्रीज गेट रामपुर के पास शिव कुमार पुत्र छोटे लाल निवासी शंकरपुर, हूकूतमपुर थाना सहसपुर जनपद देहरादून ने अपनी कार अल्टो संख्या UA07-P-6131 खड़ी की, जिसको वापस आकर देखा तो अल्टो कार चोरी हो चुकी थी। शिव कुमार द्वारा डायल 112 पर सूचना दर्ज करायी मौके पर पुलिस टीम ने पहुँचकर सी0सी0टी0वी0 कैमरे देखे । जिसमें दो शातिर अभियुक्त अल्टो कार चोरी करते हुए दिखाई दिये। तलाश की गयी तो जानकारी मिली कि अभियुक्त जिला बागपत उप्र के ग्राम नागल थाना छपरौली के रहने वाले हैं तथा परफैक्ट ड्राईविंग स्कूल राजारोड़ में कार चलाना सिखाने का कार्य करते हैं तथा वर्तमान में फरार है। घटना का अनावरण हेतु थाने की टीम बनाई गई। टीम द्वारा 3 मार्च को ग्राम नागल थाना छपरौली जिला बागपत में अभियुक्त के घर पर स्थानीय पुलिस के सहयोग से दबिश दी गयी। लेकिन अभियुक्तगण पहले से ही फरार थे। अभियुक्तगणों के सम्बन्ध में सूचना प्राप्त हुई कि अभियुक्तगण सेलाकुई अपने किराये के मकान में चोरी की गाड़ी के साथ पहुँच रहे हैं। इस सूचना पर पुलिस टीम द्वारा धूलकोट तिराहे पर चैकिंग के दौरान अभियुक्तगणों को चोरी की अल्टो कार सं0 UA07-P-6131 के साथ गिरफ्तार किया गया।
*नाम पता अभियुक्तः-*
1. अभय फौजदार उर्फ सोनू पुत्र संजीव कुमार उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम उमरपुर गंगोह थाना गंगोह जिला सहारनपुर उ0प्र0
2. आर्यन पुत्र शरणवीर उम्र 19 वर्ष निवासी ग्राम नागल थाना छपरौली जिला बागतपत उ0प्र0
*बरामदगीः-*
1. एक अल्टो कार सं0 UA07-P-6131 सिल्वर कलर
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि हम लॉकडाउन के बाद से ही परफेक्ट ड्राईविंग स्कूल में गाड़ी चलाने सिखाने का कार्य करते थे।
मालिक से कहासुनी होने के कारण हमने देहरादून छोड़कर वापस जाने का फैसला किया। जब हम अपने किराये के कमरे से पैदल-पैदल अपने घर के लिए निकले तो जैसे ही हम रामपुर पहुँचे तो हम दोनों ने गाड़ी चुराने का फैसला किया। हमारे पास पहले से वैगनआर कार की चाबी थी। जिसको हम रास्ते में दो-तीन बाइक पर लगाकर स्टार्ट करने का प्रयास किया। लेकिन नहीं मिली। जब हम सहारा इण्ड्रस्ट्रीज गेट के पास पहुँचे तो हमैं एक सिल्वर कलर की अल्टो कार दिखाई दी जिसके शीशे खुले थे एवं दरवाजे का लॉक की भी नहीं लगा है। हमने मिलकर पुराने वैगनआर की चाबी अल्टो कार में लगाकर स्टार्ट किया तो गाड़ी स्टार्ट हो गयी और हम लोग गाड़ी लेकर चले गये। जिसको लेकर हम अपने गांव पहुँचे अगले दिन हमारे द्वारा कबाड़ी के पास बेचने का प्रयास किया लेकिन बेच नहीं पाये। आज प्रातः जब हम गाड़ी लेकर घर से वापस देहरादून की ओर आ रहे थे तो पुलिस द्वारा हमैं पकड़ लिया गया।