नर्सरी प्रबंधन और रिंगाल हस्त शिल्प के क्षेत्र के अन्र्तगत प्रदेश में अपार सम्भावनाएरू…. डाॅ. राजेन्द्र डोभाल

देहरादून

 

यूकाॅस्ट परिसर में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि डाॅ. राजेन्द्र डोभाल, महानिदेशक यूकाॅस्ट ने बताया कि नर्सरी प्रबंधन एवं रिंगाल हस्त शिल्प के क्षेत्र में उत्तराखण्ड राज्य में अपार सम्भावनाए है एवं इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से किसानों को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी। डाॅ. डोभाल ने कहा कि संकुल के किसानों को भविष्य में भी यूकाॅष्ट से हर सम्भव सहायता दी जायेगी।

 

प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में डाॅ. प्रशान्त सिंह, समन्वयक यूकाॅस्ट, द्वारा किसानो को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसानो को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में नर्सरी प्रबंधन एवं रिंगाल मूल्य संबर्धन के बारे में विषय विशेषज्ञो से जो जानकारी प्राप्त हुई वह जानकारी किसान अपने संकुल के अन्य किसानों के साथ साझा करकेएक समूह बनाये एवं आर्थिक व सामाजिक बेहतरी की ओर बढे। इस अवसर पर सम्मानित अतिथि डाॅ. बीपी पुरोहित ने कहा कि किसान अपने संकुलो में विभिन्न पौधो की नर्सरी विकसित करे एवं साथ ही रिंगाल हस्त शिल्प प्रशिक्षण का प्रयोग करके विभिन्न प्रकार के उत्पादो का निर्माण करे।

 

कृषिवन केन्द्र के निदेशक डाॅ.विवेक दिवेद्वी ने कहा कि किसानो द्वारा नर्सरी प्रबंधन के अन्र्तगत बीज का चयन, नर्सरी बेड का निर्माण, पौधो की ग्राफ्टिंग, पौधो की छटाई करना, वर्मी कम्पोष्ट का निर्माण करना इत्यादि का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। सरस्वती जन कल्याण एवं स्वरोजगार संस्थान, देहरादून के अध्यक्ष अमर देव डोभाल ने कहा कि किसानो द्वारा इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में रिंगाल के विभिन्न उत्पादो का निर्माण किया गया। इस अवसर पर सभी प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले किसानो को शर्टीफिकेट देकर सम्मानित किया गया।

 

डाॅ.पीयूष जोशी ने बताया कि पं.दीन दयाल उपाध्याय विज्ञान ग्राम संकुल परियाजना के अन्र्तगत स्थापित संकुलो कौसानी (बागेश्वर), भिगुन (टिहरी गढवाल), बजीरा (रुद्रप्रयाग) एवं गैंडीखाता (हरिद्वार) के 50 प्रतिभागियो को नर्सरी प्रबंधन और रिंगाल हस्त शिल्प एवं मूल्य संर्बधन में प्रशिक्षित किया गया। साथ ही उनके द्वारा बताया गया कि वर्तमान में कौसानी संकुल में परियोजना के अन्र्तगत दो दिवसीय किवी नर्सरी प्रबंधन का प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

 

इस अवसर पर डाॅ. डीपी उनियाल, संयुक्त निदेशक, अमित पोखरियाल और परियाजना कर्मी देवेन्द्र सिंह, संतोष रावत, पारस उपाध्याय उपस्थित थे।

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