देहरादून
संदीप सिंघल उत्तराखंड जल बिधुत निगम एमडी को आगामी 30 जून को रिटायर होना है साढ़े तीन माह पूर्व ही 15 मार्च 2024 को मिल गया सेवा विस्तार।
मनोरथ प्रसाद ध्यानी केन्द्रीय महामंत्री/ कार्याo प्रभारी ने बताया कि इससे ऐसा प्रतीत होता हैं कि कही न कही सेवा विस्तार मे इतनी जल्दी क्यों की जा रही है,इससे तो जीरो टालरेस सरकार का भ्रष्टाचारी चेहरा दिखायी देता हैं जिसमें कोइ न कोई सौदा जरूर हुआ हैं।
उन्होंने कहा कि क्या कोई ऐसा अफसर नहीं है उत्तराखंड मे,जो उत्तराखंड जल विद्युत निगम को संभाल पाए। लेकिन धामी सरकार नें ऐसा नहीं किया,संदीप सिंघल के कार्यकाल को देखे तो कई घोटाले घपले सामने आए है,केबिल खरीद,पावर हाउसो की रिपेयरिंग मे जमकर घोटाले हुए हैं।
बिजली उत्पादन मे भी भारी कमी रही।फिर क्यों इन पर इतनी मेहरबानी सरकार क्यों कर रही हैं। दल का स्पष्ट मानना हैं कि संदीप सिंघल जैसे भ्रष्टाचारी अधिकारी का सेवा विस्तार का घोर विरोध करते हैं।
अगर सरकार नें अपना फैसला वापस नहीं लिया तो 30 जून 2024 को सिंघल को चार्ज नहीं लेने देंगे। विशाल प्रदर्शन विरोध स्वरुप जल विद्युत निगम मुख्यालय में किया जायेगा।