मनीपुर में तैनात असम राइफल के जवान हजारी चौहान को दी सैन्य सम्मान के साथ गंगा किनारे पूर्णानंद घाट पर अंतिम विदाई

देहरादून/ऋषिकेश

मंगलवार को मणिपुर में तैनात ऋषिकेश निवासी असम राइफल के जवान हजारी चौहान को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दे दी गई। हजारी चौहान का मणिपुर में स्वास्थ्य खराब होने के बाद अचानक निधन हो गया था। सोमवार को उनका पार्थिव शरीर ऋषिकेश लाया गया था।मंगलवार को ऋषिकेश के पूर्णानंद घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार असम राइफल में तैनात देवप्रयाग के जवान हजारी चौहान का पार्थिव शरीर मंगलवार को सैन्य सम्मान के साथ गंगा किनारे पूर्णानंद घाट पर पंचतत्व में विलीन हो गया।

राज्य की ओर से कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने शहीद को अपनी श्रद्धांजलि दी। शहीद के परिजनों से बातचीत कर कैबिनेट मंत्री ने उनको सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

बताते चलें कि मूल रूप से देवप्रयाग के रहने वाले हजारी चौहान असम राइफल में मणिपुर में तैनात थे। वहीं अचानक उनका स्वास्थ्य खराब हुआ और धीरे-धीरे स्वास्थ्य बिगड़ता चला गया। इलाज के दौरान ही उन्होंने शरीर त्याग दिया। यह खबर मिलने के बाद उनके परिवार वालों में सनसनी मच गई और पूरे क्षेत्र में भी शोक की लहर दौड़ गई।

ऋषिकेश के निकट खदरी श्यामपुर में उनके वर्तमान निवास पर पार्थिव शरीर लाए जाने पर लोगों ने शोक व्यक्त किया। भारत माता के जयकारे लगाकर शहीद को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी। पार्थिव शरीर श्यामपुर से सैन्य सम्मान के साथ सैनिक वाहन में पूर्णानंद घाट लाया गया। यहां सेना के जवानों द्वारा बंदूकों से 21 गोलियों द्वारा शहीद को सलामी दी गई। इस अवसर पर ऋषिकेश और आसपास के काफी लोग मौजूद थे।

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