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देहरादून।
किन्नरो की मनमानी से नेग मांगने को लेकर हम अक्सर शिकायतें सुनते आये हैं।शायद ही कोई घर इससे बचा होगा जब मंगल कार्यों में किन्नर न आये हो और नेग लेकर न गए हो। लेकिन एक समय था जब आप अपनी इक्षानुसार ही किन्नरों को देते थे ओर वो भी केवल घर मे लड़का पेदा होने पर या लड़के की शादी में। ओर कन्या या फिर शादी ब्याह होने पर खुद ही आशीर्वाद देने पहुंचते थे लेकिन आज लड़की पैदा हो लड़का, मकान,दुकान बनाया हो या लड़के या लड़की की शादी उनको कुछ मतलब नही उनको तो नेग लेना ही है और वो भी ठीक ठाक पांच अंको में मनमाना साथ मे सोने की कोई चीज ओर कपड़े भी वरना फिर झिकझिक शुरू।
लेकिन आज किन्नरो से जल्द ही आपको इनकी मनमानी से आज़ादी मिल सकती है क्योंकि शुभ मौकों पर नेग मांगने के नाम पर जबरन वसूली करने वाले किन्नरों को अब जेल की हवा खानी पड़ सकती है। इस संबंध में देहरादून के एडवोकेट अरुण खन्ना की पहल पर जनता जन आंदोलन चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से इस संबंध में दून के एडीएम को एक शिकायती पत्र सौंपा है। इस पत्र में किन्नरों के जरिए किए जाने वाले उत्पीड़न और जबरन वसूली पर रोक लगाने की मांग की गई है।
अगर अरुण की बात मानें तो प्रशासन ने भी इस शिकायत पर गंभीर कार्रवाई का मन बना लिया है। किन्नरों की जबरन वसूली को रोकने के लिए जल्द ही नियम लागू हो जाएगा। वो कहते हैं कि किन्नरों को सिर्फ खुशी से मिलने वाला नेग ही लेने का अधिकार होगा। अतिरिक्त धनराशि के लिए किन्नर कोई दबाव नहीं बना पाएंगे। अगर किन्नर ऐसा करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
अधिवक्ता अरुण ने किन्नरों की मनमानी के खिलाफ़ काफी लंबे समय से मुहिम चला रखी है। खन्ना के मोबाइल नंबर पर इनसे 8755242526 पर इस विषय में संपर्क किया जा सकता है।