ब्लैक फंगस के लिए आवश्यक इंजेक्शन की आपूर्ति को लेकर ठोस कदम नही उठा रही भाजपा सरकार….लालचंद शर्मा

देहरादून

महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लालचन्द शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने फूंका प्रदेश सरकार का पुतला।

इस दौरान महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लाल चंद शर्मा ने मौजूदा प्रदेश सरकार पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगाए हैं।लालचन्द शर्मा ने कहा कि ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज के लिए आवश्यक इंजेक्शन की आवश्कयता की आपूर्ति को लेकर ठोस कदम नहैं उठा पा रही है👍 उठाने का आरोप भाजपा सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि पूरे देश में ब्लैक फंगस से मरीज मर रहे हैं, और हमारे प्रधानमंत्री घड़ियाली आंसू बहाकर अपनी नाकामी को छुपा रहे हैं। प्रदेश में ऑक्सीजन, रेमडेसिवीर की कमी की तरह ही ब्लैक फंगस बीमारी में उपयोग में आने वाले आवश्यक इंजेक्शन की कमी से जनता रोजाना जूझ रही है. इसकी कमी के कारण मरीजों की जान जा रही है. मरीज के परिजन इसके लिये दर-दर भटक रहे हैं. उत्तराखंड में ब्लैक फंगस से अब तक 40 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं और दो लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन जरूरी इंजेक्शन की कमी से यह बीमारी प्रदेष में भी भयावह रूप लेती जा रही है।

लालचन्द शर्मा ने कहा कि सरकार ने इन इंजेक्शनों की आपूर्ति को लेकर अभी तक कोई ठोस कार्ययोजना ना बनायी है और ना इसके आवश्यक इंतजाम किए हैं. मरीज के परिजन मारे-मारे फिर रहे हैं. निजी से लेकर सरकारी अस्पतालों में इसका टोटा है। उन्होंने मांग की कि सरकार जल्द ही इन जीवन रक्षक इंजेक्शन की कमी दूर करे. इनकी आपूर्ति बढ़ाने के प्रयास युद्ध स्तर पर करें ताकि लोगों का जीवन बच सके। इसके साथ ही उन्होनें बताया कि प्रदेश सरकार को ब्लैक फंगस के साथ ही वाईट फंगस से निपटने के लिए ठोस कार्यप्रणाली बनानी चाहिए ताकि वाईट फंगस से प्रदेष के लोगो की जान बचाई जा सके, इसके साथ ही उन्होनें सरकार को आगह किया कि बरसात का मौसम भी नजदीक है जिससे राज्य के नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में फाॅगिंग, दवाई छिडकाव करवाया जाना चाहिए ताकि डेंगू जैसी बिमारीयों का खतरा न बन पाये।

उत्तराखंड में ब्लैक फंगल से अब तक 40 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं और 4 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं इसका पहला मामला उत्तरकाशी में सामने आया था. सरकार ने ऋषिकेश एम्स में ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज की व्यवस्था की गई है. इसको लेकर राज्य सरकार ने एसओपी भी जारी की है, जसिमें इस बीमारी में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन से लेकर दवाई तक की व्यवस्था सरकार करके देगी.

उन्होनें कहा आवश्यक है कि उत्तराखण्ड सरकार किसी एक बड़े अस्पताल को पूरी तरह ब्लैक फंगस के इलाज के लिए समर्पित करे और यहां सभी दवाएं सरकार उपलब्ध रखे। ब्लैक फंगस की दवाएं केवल सरकारी अस्पताल में उपलब्ध होंगी तो कालाबाजारी की गुंजाइश नहीं रहेगी। सभी अस्पतालों में इसके इलाज से मरीजों के बीच ब्लैक फंगस संक्रमण के तेजी से फैलने का खतरा रहेगा। अतः किसी भी अस्पताल में मरीज को ब्लैक फंगस पाए जाने पर विशेष सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित किया जाए।

उन्होनें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को योजना विहिन बताते हुए कहा प्रधानमंत्री के घड़ियाली आंसुओं की किमत लाखों लोगों नें अपनी जान देकर चुकाई उन्होनें कहा प्रधानमंत्री जी आंसू बहाने के बजाय अस्पताल बनाइये आॅक्सीजन दिजिये सुविधा दिजिये।

उन्होनें कहा अगर ब्लैक फंगस की दवाओं को मरीजो को शीघ्र उपलब्ध ना करवाया गया तो मैं उपवास पर बैठूंगा।

इस दौरान मनीष खडूरी, राजकुमार, अर्जुन सोनकर, कोमल वोहरा, डाॅ प्रतिमा सिंह, रिता रानी, टीटू, प्रवीण त्यागी, डॉ बिजेंद्र पाल, अरूण शर्मा, नीरज नेगी, अविनाश मणि त्रिपाठी, अजय बेलवाल, कैलाश अग्रवाल, सुनिल बांगा, पंकज गुंसाई शैलेन्द्र थपलियाल फारूक रावव, विनित भटट, सोनू हसन, गौरव रावत आदी मौजूद थे।

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