देहरादून/ऋषिकेश
70 वर्षीय बृजमोहन नारंग अब हमारे मध्य नहीं हैं ,लेकिन उनके परिजनों द्वारा कराया गया नेत्रदान दो नेत्रहीनों की जिंदगी बदलने के साथ-साथ समाज को भी दिशा प्रदान करेगा।
चाचा साइकिल वाले के नाम से शहर में प्रसिद्ध अद्वैतानंद मार्ग निवासी बृजमोहन नारंग का बुधवार को एम्स ऋषिकेश में निधन हो गया था ,उनके भतीजे गोपाल नारंग जो नेत्रदान की अलख जगाए हुए हैं, ने अपने ही परिजनों को नेत्रदान के लिए प्रेरित किया ,और उनके पुत्र रजत नारंग से सहमति मिलने पर एम्स ऋषिकेश की नेत्रदान टीम को सूचित किया। नेत्र दान की रेस्क्यू टीम ने दोनों कोनिया सुरक्षित प्राप्त कर लिए ।नेत्रदान के इस कार्य की श्याम सुंदर ,रविराज मखीजा, आशु पाहवा, विनय भाटिया ,ललित मोहन मिश्रा ने परिजनों को धन्यवाद दिया ।नेत्रदान महादान हरिद्वार ऋषिकेश प्रमुख रामचरण चावला के अनुसार मिशन का 198वां सफल प्रयास है।