पूर्णमासी पर मां भगवती को शुद्ध दूध से बनी खीर मां भगवती को अर्पण करने से भक्त अपने सभी पुत्रों का उद्धार कर देता है

देहरादून

ईष्ट देव सेवा समिति एवं डालनवाला जन कल्याण समिति के तत्वाधान में चल रही दिव्य श्रीमद् देवी भागवत कथा के आज सप्तम दिवस पर मां धारी देवी नागराजा उपासक आचार्य श्रित सुरेंद्र प्रसाद सुंद्रियाल जी महाराज ने मां भगवती की सुंदर कथाओं का वर्णन किया महाराज श्री ने श्रीमद् देवी भागवत में देवताओं के द्वारा मां भगवती की बड़ी सुंदर स्तुति की गई। प्रसन्न होकर मां भगवती ने विराट रूप लिया जिससे समस्त देवता प्रसन्न हुए और राजा हिमालय को परम पद की प्राप्ति कराई व्यास जी महाराज ने राजा जनमेजय को दिव्य देवी कथा का वर्णन श्रेष्ठ मुक्ति मां भगवती ईष्ट देवी के श्री चरणों में विशेष आस्था रखने वाले भक्तों को मां भगवती की पूजन की तिथि एवं वारो का विधिवत वर्णन बताया जिसमें शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि में घृत ( घी) से देवी की पूजा करनी चाहिए द्वितीय तिथि में शक्कर ,तृतीया तिथि में दूध, चतुर्थी तिथि में पुआ, पंचमी तिथि को केले का फल, षष्ठी तिथि को को मधु अर्थात शहद प्रधान बताया गया है ,सप्तमी तिथि को भगवती का गुड़ का नैवेद्य जो भक्त अर्पित करता है उसके समस्त मानव हर्षित होते हैं अष्टमी को नारियल, नवमी को लावा (खील) ,दशमी को काले तिल एकादशी के दिन दही, द्वादशी के दिन चीउडे का भोग ,त्रयोदशी तिथि पर चना, चतुर्दशी तिथि पर सत्तू, एवं जो भक्त पूर्णमासी तिथि पर मां भगवती को शुद्ध दूध से बनी खीर मां भगवती को अर्पण करता है एवं ब्राह्मणों को दान करता है वह अपने सभी पुत्रों का उद्धार कर देता है तत्पश्चात महाराज ने सप्ताहा वालों में चढ़ने वाले प्रसाद की महिमा का वर्णन श्रोताओं को श्रवण कराया रविवार को मां भगवती को खीर अर्पणबीकरे सोमवार को दूध ,मंगलवार को केले का भोग लगाना चाहिए, बुधवार को ताजा मक्खन मां भगवती को भोग लगाना चाहिए, गुरुवार को रक्त शक्कर, शुक्रवार को श्वेत शक्कर, शनिवार को गाय का घी भोग के रूप में बताया गया है, इस प्रकार से जो मां भगवती के सुंदर तिथि एवं वारो को मां भगवती को नैवेद्य भोग प्रसाद अर्पण करता है मां भगवती अपने भक्तो पर विशेष कृपा रखती हैं जिसके बाद महाराज जी ने तुलसी माता की एवं राजा संखचूड़ की कथा का वर्णन किया एवं भगवान विष्णु के शालिग्राम रूप मां तुलसी के विवाह का भगवान विष्णु के साथ सुंदर प्रसंग भक्तों को श्रवण कराया तत्पश्चात महाराज ने सुंदर भजनों से माहौल को भक्तिमय कर दिया इस अवसर पर गौ कथा के प्रखर वक्ता पूज्य गोपाल मणि महाराज ने भी कथा में आकर के मां भगवती का आशीर्वाद ग्रहण किया महाराज ने अपने वचनों से समस्त भक्तों को 18 से 24 सितंबर से होने वाली कथा एवं राष्ट्रव्यापी महा आंदोलन 7 नवंबर को दिल्ली चलो गौमाता राष्ट्रमाता के पद पर शोभित करने हेतु भक्तों से आव्हान किया जिसमें समस्त भक्त जनों ने महाराज के ओजस्वी वाणी गौ माता की कथाको श्रवण कर पुण्य के भागी बने कथा विराम के पश्चात सुंदर आरती का आयोजन किया गया जिसमें समस्त भक्तों ने एवं मुख्य यजमान परिवार प्रवीण त्यागी जी ने अपनी अहम भूमिका निभाई।
ईष्ट देव सेवा समिति एवं डालनवाला जन कल्याण समिति के तत्वधान में दिव्य देवी कथा भागवत के मौके पर पूर्व केनिनेट मिनिस्टर हीरा सिंह बिष्ट,
महेंद्र सिंह चौधरी,अशोक वर्मा,अरुण सिंघल,एस जायसवाल,डॉ राम भूषण बिजलवान प्रवक्ता लक्ष्मण संस्कृत महाविद्यालय देहरादून के आदि मां भगवती का आशीर्वाद ग्रहण करने हेतु श्रीमद् देवी भागवत कथा में पहुंचें।

Leave a Reply

Your email address will not be published.