सीएम धामी ने लगातार चल रही शिकायतों के मद्देनजर उद्यान निदेशक बवेजा को किया सस्पैंड

देहरादून
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद कारवाही करते हुए भ्रष्ट अफसर पर बड़ी कार्रवाई कर दी है। सूबे के मुख्यमंत्री लगातार मिल रही शिकायतों सेआजिज आ चुके थे।
कुछ दिनों पहले ही विभागीय अधिकारी/कर्मचारियों ने ही मोर्चा खोलते हुए कृषि सचिव को पत्र लिखकर कहा था कि बवेजा ने विभाग में अव्यवस्थाएं फैल रखी है, इन हालातों में उनके साथ काम करना संभव नहीं है।
दरअसल उद्यान विभाग में बीज खरीद और महोत्सवों के नाम पर पैसे की लूट के मामले में निदेशक हरमिंदर बवेजा सवालों के घेरे में हैं। बवेजा के खिलाफ मंत्री गणेश जोशी ने भी जांच बिठाई थी और 15 दिन में उसकी रिपोर्ट मांग ली थी।, लेकिन महीने भर से ज्यादा वक्त के बाद भी कोई एक्शन नहीं हुआ था। तब उद्यान विभाग के करीब 2 दर्जन कर्मचारियों और अफसरों ने कृषि सचिव को पत्र लिखा है कि अब बवेजा के साथ काम कर पाना मुमकिन नहीं।
बवेजा के खिलाफ लम्बे समय से भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही थी।
अब सोमवार को चर्चित उद्यान निदेशक हरमिंदर सिंह बवेजा को सस्पेंड करने का आदेश सी एम ने दे दिया है
जिसके चलते मुख्यमंत्री की इस कार्रवाई से भ्रष्टाचार को लेकर चर्चित अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है।
उद्यानविभाग के मंत्री गणेश जोशी हैं। उनके कार्यकाल में ही बवेजा पर कई गंभीर आरोप लगे। लेकिन हर बार की शिकायत पर बवेजा बच निकला। किंतु बीते दिनों से मिल रही गंभीर शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए बवेजा को तत्काल सस्पेंड के आदेश दिए हैं। इस आदेश से उद्यान निदेशालय में हड़कंप मचा हुआ है। अब आगे कौन कौन भ्रष्टाचारी सीएम की रडार पर आते हैं, इस पर सभी की निगाहें टिकी हैं।
बताते चलें कि उत्तराखंड में भ्रष्टाचार से जुड़े अफसरों की सूची में कई नाम है। पिछले दिनों ही बड़े भ्रष्टाचार के आरोप में सरकार ने आईएएस रामविलास यादव को जेल भेजा था। आईएएस रामविलास की अकूत सम्पत्ति जांच में सामने आ चुकी है। हालांकि कुछ और बड़े अफसर भी भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हुए हैं, लेकिन फिलहाल वह सरकार की कार्रवाई से बचने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चर्चित आई ए एस रामविलास के बाद उद्यान निदेशक बवेजा पर सस्पेंड करने के आदेश दिया उससे साफ है कि मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार बर्दाश्त nhinkrne वाले और करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शना वाले भी नहीं हैं। मुख्यमंत्री धामी की इस कार्यवाई का साफ संदेश नजर आ रहा है कि सुधर जाओ अन्यथा जेल जाओ।

Leave a Reply

Your email address will not be published.