कोविड-19 की स्वदेशी वैक्सीन को देश के लिए आपातकालीन इस्तेमाल को पीएम नरेन्द्र मोदी और वैज्ञानिकों का अभिनंदन…सीएम त्रिवेंद्र

देहरादून/ दिल्ली

उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कोविड-19 की स्वदेशी वैक्सीन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वैज्ञानिकों का अभिनंदन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए लंबे समय से प्रतीक्षित कोविड-19 स्वदेशी वैक्सीन,कोरोना वैक्सीन विशेषज्ञ समिति की संस्तुति पर ‘कोवैक्सीन’ और ’कोविशील्ड’ आपातकालीन इस्तेमाल के लिए संपूर्ण देशवासियों को मिल गयी है। हमे गर्व है कि ये दोनों ही वैक्सीन भारत में बनकर तैयार हुई हैं।

ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI)ने प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की दवा ‘कोविश‌िल्ड’ और भारत बायोटेक के ‘कोवाक्सिन’ को मंजूरी दे दी है।

रविवार को प्रेस को जानकारी देते हुए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया डॉ वीजी सोमानी ने बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित ‘कोविशिल्ड’ वैक्सीन के लिए मंजूरी मांगी थी। भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे के साथ कोवाक्सिन का विकास किया है।

सीरम और भारत बायोटेक के टीकों वैक्स‌ीन को दो खुराक में दिया जाना है। सभी तीन टीकों को 2 से 8 डिग्री सेल्सियस पर संग्रहीत किया जाना है। ड्रग्स कंट्रोलर ने एक अन्य दवा कंपनी, मैसर्स कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड द्वारा विकसित वैक्सीन के लिए तीसने चरण के नैदानिक ​​परीक्षण को भी मंजूरी दी है।

केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की विषय विशेषज्ञ समिति ने 1 और 2 जनवरी 2021 को बैठक की और मेसर्स सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और मेसर्स भारत बायोटेक के वैक्सीन के प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग के प्रस्ताव के संबंध में सिफारिशें कीं, साथ ही मेसर्स कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड के तीसरे चरण के नैदानिक ​​परीक्षण को मंजूरी मिली है।

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