कांग्रेस मेयर प्रत्याशी पोखरियाल ने अधिवक्ताओं के सामने रखा दून के विकास का अपना एजेंडा – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

कांग्रेस मेयर प्रत्याशी पोखरियाल ने अधिवक्ताओं के सामने रखा दून के विकास का अपना एजेंडा

देहरादून

कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी वीरेंद्र पोखरियाल बुधवार को बार एसोसिएशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने अधिवक्ताओं के सामने निकाय चुनाव को लेकर मेयर प्रत्याशी के तौर पर अपना एजेंडा रखा। पोखरियाल ने कहा कि हमारा विकास का एजेंडा साफ है। हम दून की पुरानी पहचान, यहां के पर्यावरण और स्वच्छता के तौर पर बड़े बदलाव लाने की योजना के साथ चुनाव मैदान में उतरे हैं। हम देहरादून की पूरी जिम्मेदारी उठाने के लिए आपके बीच आए हैं। हम ड्रेनेज, सड़क नाली, स्ट्रीट लाइट के साथ यहां के ट्रैफिक को व्यवस्थित करने की कार्ययोजना को लेकर जनता के बीच में जा रहे हैं।

वीरेंद्र पोखरियाल ने कहा कि बार एसोसिएशन की लंबित पड़ी मांगों और उनकी समस्याओं के हल के लिए कंधे से कंधा काम करना चाहते हैं। एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट, निगम क्षेत्र में अधिवक्ताओं के लिए पार्किंग की सुविधा, निगम के मामलों में पैरवी करने वाले अधिवक्ताओं को उचित मानदेय समेत अन्य मांगों को लेकर पूरी तरह बार एसोसिएशन के साथ हैं। बार एसोसिएशन ने कांग्रेस मेयर प्रत्याशी वीरेंद्र पोखरियाल, पार्षद प्रत्याशी एडवोकेट अल्पना जेटली वार्ड 21, शीना मेहता वार्ड 76 को भी समर्थन करने हेतु अधिवक्ताओं से मांग की गई। इस अवसर पर दून बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव शर्मा, सचिव राजबीर बिष्ट, उपाध्यक्ष भानु प्रताप सिसोदिया, सहसचिव अनिल सिंह बिष्ट, सुमेश कुकरेती, रजिया बेग, पूर्व विधायक राजकुमार, पूर्व अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल, पंकज क्षेत्री, संग्राम सिंह पुंडीर, सिद्धार्थ पोखरियाल समेत दून बार एसोसिएशन के सैकड़ों सदस्य मौजूद रहे।

युवाओं से मुखातिब हुए कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी

इधर, एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस ने भी बुधवार का पूरा दिन कांग्रेस के मयेर प्रत्याशी वीरेंद्र पोखरियाल के समर्थन के लिए समर्पित किया। दोनों संगठनों की ओर से चौधरी फार्म हाउस और नाथ वेडिंग प्वाइंट कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में युवाऔर छात्र शामिल हुए। मेयर प्रत्याशी वीरेंद्र पोखिरयाल ने इस मौके पर युवाओं से कहा कि उत्तराखंड की लड़ाई लड़ते लड़ते आंदोलन के दौरान तीन महीने से ज्यादा जेलों में रहना पड़ा।कई महीने अपने घर पर भी नहीं सोया। आंदोलन के उस दौर में एक सोच और जनून था तो भविष्य की चिंताएं भी थी कि अलग राज्य नहीं मिला तो हमारी नई पीढ़ी को कैसे रोजगार मिलेगा। लेकिन एक लंबे संघर्ष के बाद राज्य मिला लेकिन आज दुख होता है यह स्थिति को देखते हुए कि हमारे युवा सड़कों पर रोजगार की लड़ाई लड़ रहे हैं और बाहरी लोगों को रोजगार मिल रहा है। हमारा युवा आज भी बेरोजगार ही है। इस अवसर पर प्रत्याशी वार्ड 41 पायल बहल,42 सुनीता पुंडीर,वार्ड 36 गीतांजलि,वार्ड 37 सुमित अग्रवाल,सुमित खन्ना कार्तिक बिरला सिद्धार्थ अग्रवाल,मुकेश चौहान,विनीत प्रसाद बंटू, भवानी,केवल पुंडीर,हितेश क्षेत्री हिमांशु रावत संग्राम पुंडीर समेत अन्य मौजूद रहे।

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