देहरादून
हरीश रावत एक्स मुख्यमंत्रियों के साथ मिलकर एक ऐसा क्लब बनाना चाहते हैं जहां सब पूर्व सीएम बैठकर विचारविमर्श कर सकें और समसामयिक चुनौतियों पर बातचीत कर सकें हरीश रावत ने अपनी पोस्ट मे लिखते हैं…
राज्य में पूर्व मुख्यमंत्री बढ़ते जा रहे हैं। ये तो वर्तमान सीएम पुष्कर धामी हमारे क्लब में आते-आते बचे। भाजपा ने साहस पूर्ण निर्णय लिया। विधानसभा का चुनाव जो समझदार हैं वो लड़ नहीं रहे हैं, जो हम जैसे लोग हैं वो लड़ रहे हैं तो हार जा रहे हैं। राज्य हम पर खर्च भी कर रहा है। राज्य ने जो अनुभव हमको दिया, उस अनुभव का कुछ प्रभावी प्रतिदान देने की स्थिति में अपने को नहीं बना पा रहे हैं। मेरा हश्र देखने के बाद शायद ही कोई मुख्यमंत्री रहा व्यक्ति फिर से चुनाव लड़ने की हिम्मत करे तो कैसे राज्य के पास उपलब्ध इन अनुभवों का उपयोग किया जा सके, यह एक बड़ा सवाल है।
मैं अपने कुछ एक्स साथियों से बात करूंगा, क्यों नहीं हम लोग एक अनौपचारिक एक्स चीफ मिनिस्टर क्लब जैसा बना लें, जिसमें हर महीने कहीं बैठकर के राज्य के सामने जो समसामयिक चुनौतियां हैं, उस पर आपस में बातचीत कर कोई सुझाव उपयोगी निकल आए तो उस सुझाव को हम सार्वजनिक करें।