अवैध कॉल सेन्टर में मिले संदिग्ध खातो में 225 करोड़ की धनराशि के लेन-देन की जानकारी विभिन्न एजेन्सियो से सांझा

देहरादून

 

मुख्यमंत्री उत्तराखंड के निर्देशों के क्रम में प्रदेश के निवासियों को साइबर अपराधियो द्वारा जनता से ठगने वालो पर सख्त कार्यवाही पर पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड द्वारा एसटीएफ व साइबर पुलिस को प्रभावी कार्यवाही हेतु दिशा निर्देश दिए गए है ।

 

वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है ।

 

इसी परिपेक्ष्य में साइबर अपराधों द्वारा फर्जी कॉल सेन्टर के माध्यम से लोगो से ठगी की सूचना एसटीएफ को प्राप्त हो रही थी। जिस क्रम में दिनांक 21जुलाई को एसटीएफ एवं साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन की पुलिस टीम द्वारा एक अन्तराष्ट्रीय कॉल सेन्टर पर छापा मारा गया जिसमें 1.26 करोड़ रुपये नगद, 250 लैपटॉप व 85 कम्प्यूटर जब्त किये गये थे। प्रकरण के सम्बन्ध में साइबर थाने पर अभियोग पंजीकृत किया गया। इस अभियोग में अब तक 14 लोगो को जेल भेजा जा चुका है तथा अन्य संदिग्ध तथा फरार अभियुक्तो के विरुद्ध साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की जा रही है।

 

अभियुक्तो के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही हेतु एसटीएफ द्वारा विभिन्न एजेन्सियों

1- प्रवर्तन निदेशालय (ED),

2- आसूचना ब्यूरो (IB),

3- FBI

4- केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI), 5- ROC (Registrar of Companies),

6- Department of Telecommunication (DOT),

7- CGST,

8.SGST,

9.राजस्व आसूचना निदेशालय (DRI)

10. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट

आदि से जानकारी साझा की जा रही है।

 

जानकारी में इस अवैध कॉल सेन्टर के साथ-साथ 1 संदिग्ध मीडिया हाउस की जानकारी भी प्रकाश में आई है और हवाला के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग की संभावना प्रतीत होती है।

घटना में विभिन्न बैंक खातो के विश्लेषण से अनुमानित 225 करोड़ के संदिग्ध धन के लेनदेन की जानकारी भी इन एजेन्सियों से सांझा की जा रही है ।

 

अभियोग मे Microsoft से भी पत्राचार किया गया है जिनसे टॉल फ्री नम्बरो के सम्बन्ध में दुनियाभर से प्राप्त हजारो शिकायतो की जानकारी मांगी गयी है, जिसकी जानकारी बहुत जल्द Microsoft Company द्वारा प्रदान की जायेगी ।

 

प्रभारी एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा आश्वासन दिया गया है कि एसटीएफ लगातार इस प्रकार के अवैध कॉल सेन्टरो पर प्रभावी कार्यवाही कर रही है, इस मामले में भी तह तक जायेगी एवं हर प्रकार के तथ्यो को खंगालेगी । जनता से अपील की है कि कस्टमर केयर से बताकर फोन करने वाले व्यक्ति की बातो में न आये और न ही उसे अपने वॉलेट/बैक सम्बन्धी को जानकारी साझा करें । किसी भी प्रकार का शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन व साईबर हेल्पलाईन 1930 पर सम्पर्क किया जा सकता है ।

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