देहरादून।
मंत्रालय सुने सुने शपथ भी हो ली उसके बावजूद विभागों के ऐलान के बगैर सरकार माननीय समझ नही पा रहे कि ये सस्पेन्स आखिर कब खुलेगा कि उनको क्या ओर को सा विभाग मिल रहा। प्यूरानी मन्त्रियो को तो अजीबोगरीब बेचैनी हो रही है। वो इस बात को लेकर है कि पुराना वाला विभाग मिलेगा कि नही।
नए हो या पुराने सभी के मन में ये उथलपुथल अलग से है कि विभाग छीनेगा या फिर थोपा जायेगा।
शुक्रवार से तीरथ सिंह रावत कैबिनेट के 11 मंत्रियों को शपथ लिए मंगलवार आ गया पर असली खबर अब भी दूर है। ग्यारह में चार नए मंत्री नए और शेष त्रिवेंद्र कैबिनेट वाले ही हैं। शुक्र को शपथ के बावजूद शनिवार/रविवार सोमवार गया और मंगल भी आ गया। मंत्रियों के विभागों का ऐलान हो ही नही पा रहा।
इसके पीछे क्या कारण ही सकरे हैं कोन जाने ऐसा क्यों है। हरेक के अपने कारण हो सकते हैं।जितने मुंह उतनी बातें। विभाग न मिलने से उकताहट लाजमी हैं।
पीडब्लयूडी और ऊर्जा विभाग,स्वास्थ्य के साथ वित्त विभाग भी किसी मंत्री को सौंपते हैं या अब भी अपने ही पास रखते हैं। हालांकि इन विभागों को।मलाईदार भी कहा जाता है ।भाजपा की इस सरकार में क्या मालूम साल भर के लिए स्वास्थ्य मंत्री मिल ही जाए चार साल तो गुजर ही गए।