आन्दोलनकारी मंच द्वारा भाजपा की दोहरी चाल चरित्र पर सवाल खड़े किए गए।
कड़ी आलोचना करते हुऐ यह सवाल आंदोलनकारी मंच द्वारा कहा गया कि जिस प्रकार पूर्व में विधायक द्वारा हमारी देवभूमि को गाली देने का कृत्य किया था और आमजन से लेकर खुद भाजपा के कुछ कार्यकर्ता व कुछ प्रतिनिधियों द्वारा विरोध हुआ था तो तत्कालीन अध्यक्ष को सासद बलूनी की पहल पर पार्टी से निकलना पड़ा और आज जिस प्रकार आज भाजपा संगठन द्वारा माला पहनाकर विधायक की वापसी की गयी उससे पार्टी का दोहरा चरित्र सामने आ गया है। मुजफ्फरनगर काण्ड और खटीमा मसूरी काण्ड पर शहादत देने के बाद यह राज्य मिला और इस देवभूमि की जनता को गाली देने का अधिकार किसी को नहीं हैं इस तरह के विधायकों को तो बिल्कुल भी नही। आने वाले समय मे प्रदेश की जनता इनको रास्ता दिखाएगी। प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिहं नेगी और जि़ला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने संयुक्त रूप से कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एक ओर देवभूमि को प्राथमिकता देते हुए जवानी और पानी देने के साथ राज्य के संघर्ष की बात करते हैं वहीं ठीक इसके उलट उत्तराखण्ड भाजपा संगठन देवभूमि को अपमानित करने का कार्य कर रहा हैं ये केसी अनुशासन शैली और और झूठा जीरो टॉलरेंस हैं। राज्य आंदोलनकारी मंच से ओमी उनियाल , जगमोहन सिहं नेगी , रामलाल खंडूड़ी , प्रदीप कुकरेती , प्रेम सिहं , विनोद अस्वाल , अमर सिहं , सुदेश सिहं , जयदीप सकलानी व सुरेश कुमार आदि ने सम्बोधित किया।