देहरादून
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत के सलाहकार सुरेन्द्र कुमार ने अफगानिस्तान में फसे भारतीयों व उत्तराखण्ड़ के युवा व अन्य लोगों के वहॉ फसे लोगों की सकुशल व सुरक्षित वापसी के लिये आज देहरादून पासपोर्ट कार्यालय में एक घण्टे का उपवास रख प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री को सम्बोधित एक ज्ञापन क्षेत्रिय पासपोर्ट अधिकारी के माध्यम से भेजा है। उपवास को पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने जूस पिलाकर खुलवाया। इस अवसर पर बोलते हुए रावत ने कहा कि अफगानिस्तान में फसें हुए लोगो की हम सबको चिन्ता है। हम उनके परिवार और उनके साथ है मैं केदार बाबा से उनकी सकुशल सुरक्षित वापसी की कामना करता हूॅ, उन्होनें कहा कि कही न कही ये केन्द्र सरकार की चूक रही है क्योकि दोहा सम्मिट में कही न कही भारतीयों की अफगानिस्तान से वापसी पर चर्चा अवश्य रही होगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व विदेश मंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा गया है कि अफगानिस्तान में सैकड़ो भारतीय व उत्तराखण्ड़ के युवा व अन्य भी वहॉ के बिगड़े हालात के कारण फसें हुए है उनके परिवार उनकी सकुशल वापसी व सुरक्षा हेतु गम्भीर रुप से चिन्तित है। जो खबर मिल रही है उनके अनुसार उनकी सुरक्षा व जीवन गम्भीर खतरे से जूझ रहा है लगता है कहीं न कहीं भारत सरकार अफगानिस्तान/तालिबान कि वास्तविक स्थिति का आंकलन करने में असफल रही है जिस कारण सैकड़ों लोगो का जीवन खतरे में पड़ गया है जिसमें उत्तराखण्ड़ के युवा व देश केअन्य लोग भी इस समय वहॉ अपनी जीवन की सुरक्षा हेतु फसें हुए है।
उत्तराखण्ड के अफगानिस्तान में फसें कुछ लोगों की एक सूची जिसमें उनके सम्पर्क व पतें आदि भी है जिसकों संलग्न की जा रही है। रावत ने देहरादून में विदेश मंत्रालय का एक नोड़ल अधिकारी भी नियुक्त करने की मॉग की गई है जो अफगानिस्तान में फसें लोगों की कुशल क्षेम की जानकारियों उनके परिवार के लोगों को उपलब्ध करा सके। उन्होने ज्ञापन में अनुरोध किया गया है कि अफगानिस्तान में फसें हुए लोगों की सकुशल सुरक्षित वापसी हेतु कुटनीतिक स्तर के अलावा अन्य मंचों का उपयोग करते हुए उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जायें। इस अवसर पर कामरेड़ गिरधर पंड़ित, एडवोकेट प्रेम सिंह दानू, आन्दोनकारी राजेश पांथरी, मनीष नागपाल आदि उपवास में शामिल रहे।