देहरादून,/ऋषिकेश अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में प्रवेश व निकासी को हाईटेक सिक्योरिटी हाईड्रोलिक बोलार्ड सिस्टम से लैस कर दिया गया है। संस्थान की ओर से ऐसा यहां कार्यरत चिकित्सकों, कार्मिकों, मरीजों व उनके तीमारदारों की सुरक्षा के मद्देनजर किया गया। बुुधवार को आयोजित कार्यक्रम में एम्स निदेशक प्रोफेसर रवि कांत ने एम्स संस्थान के सार्वजनिक प्रवेश व निकासी द्वार गेट नंबर -तीन पर स्थापित हाईड्रोलिक बोलार्ड सिस्टम का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर निदेशक एम्स पद्मश्री रवि कांत ने बताया कि हाईड्रोलिक बोलार्ड सिस्टम संस्थान में आने वाले लोगों को हाईटेक सुरक्षा उपलब्ध कराएगा। उन्होंने बताया कि इस सिस्टम के संस्थान के मुख्य प्रवेश व निकासी द्वार पर स्थापित होने से संस्थान में अनधिकृत वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जा सकता है। ऐसे में किसी भी अपरिहार्य स्थिति में ऑपरेटर द्वारा बटन दबाकर भूमिगत लगाए गए बोलार्ड से प्रवेश व निकासी मार्ग को बाधित किया जा सकता है। जिससे मार्ग पर चार पहिया वाहनों की आवाजाही को रोका जा सकता है। निदेशक प्रो. रवि कांत ने बताया कि इमरजेंसी ऑपरेशन के समय ब्लॉकिंग बोलार्ड सुरक्षा के लिहाज से काफी मदद करते हैं। निदेशक एम्स ने बताया कि इस तरह के सभी बड़े संस्थान की सुरक्षा की दृष्टि से हाईड्रोलिक बोलार्ड सबसे पावरफुल प्रोडक्ट साबित होते हैं। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तराखंड प्रांत प्रचारक युद्धवीर सिंह, एम्स के प्रो. यूबी मिश्रा, अधीक्षण अभियंता अनुराग सिंह, सुरक्षा अधिकारी प्यार सिंह राणा, संस्थान में सिस्टम स्थापित करने वाली कंपनी स्वराज सेक्यूटेक प्रा. लि. के महाप्रबंधक व उत्तराखंड-यूपी प्रभारी राजीव राजपूत आदि मौजूद थे।