देहरादून
वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल राजवंशी के पिता प्रीतम सिंह राजवंशी जो कि उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के चीफ के पद से रिटायर थे 84 साल की उम्र पूरी कर उन्होंने बसंत बिहार स्थित अपने निवास स्थान में अपने प्राण त्याग दिए ।
सोमवार को उनकी आत्मा की शांति हेतु धार्मिक कार्यक्रमो का आयोजन किया गया था।उनके पुत्र अधिवक्ता राहुल राजवंशी ने बताया कि पिताजी को लिखने को काफी हैबिट रही इसके चलते उन्होंने अपने द्वारा लिखे गए छोटे से छोटे इवेंट को भी महत्त्वपूर्ण बनाकर अपनी आत्मकथा लिख डाली। जिसकी प्रतियां आज हम उनके जाने के बाद आये सभी को वितरित कर रहे हैं।
इस मौके की खास बात थी कि यहां पर उनके द्वारा की गई देह दान की ही चर्चा करते नज़र आ रहे थे लोग । इंजीनियर प्रीतम सिंह ने अपनी देह मरणो उपरांत दान देने की इच्छा व्यक्त की थी अपनी अंतिम इच्छा के अनुसार उनके पुत्र ने महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में मृत शरीर को दान हेतु प्रदान किया।
इस अवसर पर समाजसेवी अशोक वर्मा ने बताया की 3 वर्ष पूर्व उनकी पत्नी सुषमा राजवंशी ने अपनी देह दान का संकल्प लिया था उनकी देह भी मेडिकल विज्ञान में अध्ययन हेतु दान दे दी गई थी।
उन्होंने कहा समाज में ऐसे उदाहरण बहुत कम मिलता है है समाज के कल्याण के लिए और अध्यययन के लिए स्वयं की देह दान की जाती हो,धन्य है ऐसे माता पिता और उनका परिवार जिनके सहयोग से ऐसे समाज के लिए स्वयं को दान देने की परम्परा को निभाया जाता हो।
उनके निवास स्थान पर आयोजित शोक सभा मे दून शहर के गणमान्य लोग श्रद्धाजंली देने एकत्रित हुए। इनमें समाज सेवी एवम ओबीसी आयोग के पूर्व अध्यक्ष अशोक वर्मा के साथ प्रदेश के विख्यात एडवोकेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल,सचिब अनिल शर्मा,बार कॉउंसिल के राकेश गुप्ता,प्रकाश टी पॉल,राजपाल पुंडीर,भानुप्रताप सिसोदिया,समाजसेवी टीटू त्यागी एडवोकेट एस के धर, एडवोकेट कुशवाहा आदि भी उपस्थित रहे।