अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में सरकार ने पुलिस को जल्द आरोपियों के नार्को टेस्ट कराने के निर्देश दिए,VIP नाम का भी हो सकता है खुलासा…ADG वी मुरुगेशन

देहरादून

 

अंकिता भंडारी हत्याकांड से जुड़े आरोपियों पर सरकार का शिकंजा कसने जा रहा है। सरकार ने पुलिस को जल्द आरोपियों के नार्को टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं। इससे आरोपियों के खिलाफ पुख्ता सबूत मिल जाएगा। इधर, सरकार के निर्देश पर एडीजी लॉ एंड आर्डर वी मुरुगेशन ने कहा कि एसआईटी जल्द कोर्ट में आरोपियों के नार्को टेस्ट कराने के लिए प्रार्थना पत्र देगी। कोर्ट की अनुमति मिलते ही नार्को टेस्ट किया जाएगा। इसके अलावा समय से पहले चार्जशीट भी दाखिल हो जाएगी।

उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले दिन से ही गंभीर हैं। सीएम ने घटना प्रकाश में आते ही कड़ी कार्रवाई के निर्देश दे दिए थे। अब सरकार ने आरोपियों के खिलाफ पुख्ता फोरेंसिक सबूत जुटाने के लिए नार्को टेस्ट कराने के निर्देश पुलिस को दिए हैं। नार्को टेस्ट होने के बाद पुलिस की चार्जशीट भी समय पर फ़ाइल हो जाएगी। मुख्यमंत्री धामी ने प्रकरण को लेकर पहले ही फास्टट्रैक से मामले में सुनवाई करवाने की बात कही है। ताकि अपराधियों को जल्द सजा मिल सके। सरकार के नार्को टेस्ट कराने से कोई गुंजाइश ही नहीं रहेगी कि आरोपी बच सकें।

एडीजी लॉ एंड आर्डर वी मुरुगेशन ने आज पत्रकारों को बताया कि रिसोर्ट में वीआईपी सुइट और वीआईपी को लेकर जल्द स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। उन्होंने कहा कि नार्को टेस्ट होते ही आरोपियों से इस बारे में अहम सबूत मिल जाएंगे। इससे एसआईटी को पहले और पुलिस रिमांड पर भी अहम सुराग मिल चुके थे।

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर मुरुगेशन ने कहा कि अंकिता हत्याकांड में एसआईटी की जांच अंतिम चरण में है। तय समय यानि आरोपियों की गिरफ्तारी के 90 दिन से पहले कोर्ट में मजबूती से चार्जशीट फ़ाइल होगी। उन्होंने बताया कि हत्या, साक्ष्य मिटाने, षड्यंत्र रचने, ह्यूमन ट्रैफिकिंग जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज है। इस प्रकरण से जुड़े सभी आरोपियों के खिलाफ पुख्ता सबूत पहले ही जुटा लिए गए हैं। ऐसे में चार्जशीट दर्ज करने में अब कोई देरी नहीं है।

एडीजी ने कहा कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जा रही है। हाई कोर्ट में भी मामला पेंडिंग चल रहा है। कोर्ट पहले ही केस डायरी का अवलोकन कर चुकी है।

मुरुगेशन ने कहा कि ऐसे में जनता से अनुरोध है कि जांच की निष्पक्षता में एसआईटी पर भरोसा रखें। अफवाह फैलने से रोकें, जिससे जांच प्रभावित न होने पाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published.