देहरादून
रविवार को शहीद स्मारक पर राज्य आंदोलनकारी मंच की बैठक आहूत की गई ।
जिसमे कि हाल ही में चले विधानसभा सत्र के दौरान राज्य आंदोलनकायों के 10% आरक्षण पर कोई कार्यवाही न होने से नाराज आंदोलनकारी संघठनों ने आगामी 24 दिसंबर को पर्वतीय गाँधी की जयंती के दिन उन्हें घंटाघर स्तिथ उनकी मूर्ति से पुष्पांजलि अर्पित कर मुख्यमन्त्री आवास कूच करने का फैसला सर्वसम्मति से लिया गया। जिसमे सभी राज्य आंदोलनकारी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया गया। आज की बैठक की अध्यक्षता मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिँह नेगी ने की तथा संचालन पूर्ण सिँह लिंगवाल ने किया।
बैठक को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी रविंद्र जुगरान ने कहा की सरकार प्रयासरत है की यह कार्य भी महिला आरक्षण की तरह हो जाए उन्होंने सुझाव दिया की हमें राज्य पाल या उनके सलाहकार मिल कर अपना पक्ष रखना होगा। वैसे ये काम सरकार का है उन्हें करना चाहिए. पर हम भी प्रयास करेंगे अम्बुज शर्मा सुझाव दिया की फ़ाईल तैयार है पर मुख्य मन्त्री जो की कार्मिक विभाग भी देख रहें है उनके इशारे का इंतजार है की फ़ाईल कैबिनेट मे प्रस्तुत हो तो कैबिनेट फैसला लें सके इसलिये हमें मुख्यमंत्री धामी से समय लेकर मिलना चाहिए और उनसे मामले पर तुरंत फैसला लेने के लिए अधिकारीयों को निर्देशित करने का अनुरोध करना चाहिए. मंच के अध्यक्ष जगमोहन सिँह नेगी ने कहा की हम दोनों जगह राजभवन एवं मुख्यमंत्री आवास समय लेकर मिलेंगे और अपनी बात रखेंगे। यदि समय नहीं मिल पाया या उपेक्षा की गई तो घोषित कार्यक्रमानुसार 24 दिसंबर को मुख्यमंत्री आवास कूच किया जायेगा।
उन्होंने राज्य आंदोलनकारियों के चिन्हिकरण. समेत नौ सूत्री मांगो पर तुरंत निर्णय लेने की मांग सरकार से की। मंच के प्रदेश महासचिव राम लाल खंडूरी एवं कोषाध्यक्ष जय दीप सकलानी ने कहा की महिला आरक्षण पर भी इसी आधार पर की समानता के अधिकार का उल्लंघन हो रहा है के नाम पर रोक लगाई गयी थी. लेकिन सरकार की मजबूत पैरवी से सुप्रीम कोर्ट ने इस आदेश पर रोक लगा दी है। अब महिलाओ का आरक्षण बहाल हो गया है जिसके लिए सरकार का धन्यवाद भी किया गया और आंदोलनकारी आरक्षण को भी इसी आधार पर बहाल करने की मांग की गई। सभी वक्ताओ ने एक स्वर मे राज्य आंदोलनकारी योगेश भट्ट को सूचना आयुक्त नियुक्त करने की फैसले का स्वागत करते हुए उन्हें बधाई दी और सरकार को धन्यवाद भी दिया। वहीं दूसरे और विपिन रावत हत्या कांड की कड़ी निंदा की गई और दोषियों को कड़ी सजा की मांग की गई।
बैठक के अंत मे रायपुर क्षेत्र से सक्रिय राज्य आंदोलनकारी सुशीला चंदौला के पति जगदीश प्रसाद चंदौला के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए दो मिनट का मौन रख कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।
इस अवसर पर बैठक को सम्बोधित करने वालों मे प्रमुख रूप से उर्मिला शर्मा, सत्या पोखरियाल, सुलोचना भट्ट, गणेश शाह, सूर्यकांत बमराडा,केशव उनियाल, चंद्र किरण राणा, मोहन सिँह खत्री,सुरेश नेगी,प्रभात डंडरियाल, प्रदीप कुकरेती, सुरेश कुमार, रेखा शर्मा,ललित जोशी,सुरेश रावत, कमला गैरोला, वीर सिंह रावत, विनोद असवाल,क्रांति बिष्ट,संजय रावत, मोहन सिंह रावत आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।